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रायपुर में बाहरी राज्यों के अपराधी सक्रिय

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Published : Apr 11, 2022, 6:37 PM IST

Updated : Apr 12, 2022, 1:51 PM IST

छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस इन दिनों बड़े अपराधों को सुलझाने में नाकाम (laxity of raipur police ) रही है. लूट और डकैती जैसी वारदातों में पुलिस के हाथ खाली हैं.

Criminals from outside states active in Raipur
रायपुर में बाहरी राज्यों के अपराधी सक्रिय

रायपुर : छ्त्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर बाहरी राज्यों के अपराधियों के लिए जन्नत बन (Criminals from outside states active in Raipur) गया है. बाहर से आकर छत्तीसगढ़ में अपराधी हत्या,लूट, डकैती और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. फिर आसानी से राज्य की सीमा से बाहर निकल जा रहे. कई मामलों में पुलिस को सफलता मिली है. लेकिन अधिकतर में हाथ खाली है. इसका सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है मुसाफिरी दर्ज ना होना. वहीं कई मामले ऐसे हैं जिसमे मकान मालिकों ने अपने किराएदार की जानकारी थाने में जमा नहीं की है. जिसका फायदा उठाकर अपराधी बड़ी वारदात करने के बाद नौ दो ग्यारह हो जा रहे हैं.

किरायेदार की जानकारी देना अनिवार्य : छत्तीसगढ़ पुलिस ने सभी मकान मालिकों को ये निर्देश जारी किए थे कि उनके यहां रहने वाले किराएदार की पूरी जानकारी ओरिजनल आईडी और एड्रेस प्रूफ के साथ थानों में जमा कराएं. लेकिन कुछ दिनों तक कुछ मकान मालिकों ने रूल फॉलो किया. लेकिन अब ना तो थानों में जानकारी दी जा रही और ना ही स्थानीय पुलिस इस मामले में कोई तेजी दिखाती है. जिसका फायदा अपराधी उठा रहे हैं.

रायपुर में दो लाख किराएदार : राजधानी में करीब 2 लाख किराएदार निवासरत हैं. लेकिन थानों में महज 35 हजार की ही जानकारी है. ऐसे में 1 लाख 65 हजार किराएदार कहां से आए और कितने दिनों से रह रहे हैं. इसकी जानकारी पुलिस को भी (No information of tenants in Raipur) नहीं है. रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने हाल ही में राजपत्रित अधिकारियों की बैठक में लंबित मर्ग पर जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, जिसके बाद मर्ग कायम किया जा रहा है.

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक किराएदार वेरिफिकेशन की जांच और उनकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एएसपी रैंक के अधिकारियों को दी गई है. एएसपी ने अधीनस्थों को थाना क्षेत्र में रहने वाले किरायेदारों की जानकारी जुटाने और उनका वेरिफिकेशन करने का निर्देश भी दिया है. लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा.

अभियान फिर हुआ फेल : रायपुर पुलिस अधिकारियों के अनुसार शहर में लगभग दो लाख किराएदार हैं. इन किरायेदारों की जानकारी जुटाने के लिए अगस्त 2021 को निर्देश जारी किया गया था. अक्टूबर 2021 तक प्रक्रिया पूरा करने की बात लिखी गई थी. समय निकल जाने के बाद किराएदार की जानकारी नहीं देने वाले मकान मालिकों पर कार्रवाई होनी थी. लेकिन इसके बाद भी मकान मालिकों ने किराएदार की जानकारी थाने में जमा नहीं करवाई. वहीं अब मकान मालिकों पर कार्रवाई करने में पुलिस के भी हाथ आगे नहीं बढ़ रहे हैं.

क्या है प्रक्रिया : यदि कोई मकान मालिक किराएदार को रखता है तो उसे किराएदार वेरिफिकेशन फॉर्म को भरकर स्थानीय थाने में जमा करना होता है. यदि किराएदार फॉर्म नहीं मिल रहा तो एप्लीकेशन के साथ किरायानामा और किराएदार के दस्तावेज पुलिस थाना में जमा करना होता है. स्थानीय पुलिस के अधिकारी किराएदार के मूल पते के स्थानीय थाना से उसकी जानकारी जुटा लेते हैं और उसके रिकॉर्ड में शामिल करते हैं. इस प्रक्रिया से किराएदार संदिग्ध गतिविधि में शामिल होता है तो उसकी शिनाख्त करने में आसानी होती है.

ऑनलाइन अपलोड है फॉर्म : किरायेदारों की जानकारी स्थानीय थाने में देने के लिए पूरा फॉर्मेट बनाकर ऑनलाइन अपलोड किया गया है. मकान मालिक ऑनलाइन और ऑफलाइन पैटर्न पर इसे भरकर स्थानीय थाने में जमा कर सकते हैं. पुलिस की अपील के बाद बहुत से लोग खुद थाने में आकर वैरिफिकेशन जमा किए हैं. लेकिन कुछ मकान मालिक ऐसे हैं जिन्होंने अपने यहां रह रहे किराएदार की जानकारी मुहैया नहीं कराई. जिन पर अब पुलिस कार्रवाई का मन बना रही है.

आईएएस अफसर के मकान में छुपा था आरोपी : हाल ही में 26 मार्च को बिहार पुलिस ने गंज पुलिस की मदद से बिहार में कारोबारी की हत्या करने वाले आरोपी को पकड़ा. आरोपी देवेंद्र नगर में रहने वाले आईएएस के मकान में बीते एक माह से कुक का काम कर रहा था. आरोपी को नौकरी में रखने से पूर्व आईएएस ने उसका पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराया और न ही जानकारी थाने में दी . पुलिस के अनुसार आरोपी ने फरवरी माह में कारोबारी अमित कुमार की धारदार हथियार मारकर हत्या की और वहां से फरार हो गया. जिसकी गिरफ्तारी पुलिस ने रेलवे परिसर के पास से की की.

ये भी पढ़े- एमपी और यूपी का चोर गिरोह छत्तीसगढ़ में करता था चोरी

मुंबई का हिस्ट्रीशीटर रायपुर से गिरफ्तार : 30 जनवरी 2022 को रायपुर और मुंबई पुलिस की संयुक्त टीम ने तेलीबांधा थाना क्षेत्र में किराए का मकान लेकर रहने वाले मुंबई के हिस्ट्रीशीटर शाहबाज को गिरफ्तार किया. आरोपी मुंबई के गोवंडी इलाके में कारोबारी को गोली मारकर फरार हुआ था.इसके बाद रायपुर में किराए का मकान लेकर अपने साथियों के साथ छिपा था. शाहबाज के साथ इरफान और इसरार नाम की युवकों को भी पुलिस ने पकड़ा था.

रायपुर : छ्त्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर बाहरी राज्यों के अपराधियों के लिए जन्नत बन (Criminals from outside states active in Raipur) गया है. बाहर से आकर छत्तीसगढ़ में अपराधी हत्या,लूट, डकैती और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. फिर आसानी से राज्य की सीमा से बाहर निकल जा रहे. कई मामलों में पुलिस को सफलता मिली है. लेकिन अधिकतर में हाथ खाली है. इसका सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है मुसाफिरी दर्ज ना होना. वहीं कई मामले ऐसे हैं जिसमे मकान मालिकों ने अपने किराएदार की जानकारी थाने में जमा नहीं की है. जिसका फायदा उठाकर अपराधी बड़ी वारदात करने के बाद नौ दो ग्यारह हो जा रहे हैं.

किरायेदार की जानकारी देना अनिवार्य : छत्तीसगढ़ पुलिस ने सभी मकान मालिकों को ये निर्देश जारी किए थे कि उनके यहां रहने वाले किराएदार की पूरी जानकारी ओरिजनल आईडी और एड्रेस प्रूफ के साथ थानों में जमा कराएं. लेकिन कुछ दिनों तक कुछ मकान मालिकों ने रूल फॉलो किया. लेकिन अब ना तो थानों में जानकारी दी जा रही और ना ही स्थानीय पुलिस इस मामले में कोई तेजी दिखाती है. जिसका फायदा अपराधी उठा रहे हैं.

रायपुर में दो लाख किराएदार : राजधानी में करीब 2 लाख किराएदार निवासरत हैं. लेकिन थानों में महज 35 हजार की ही जानकारी है. ऐसे में 1 लाख 65 हजार किराएदार कहां से आए और कितने दिनों से रह रहे हैं. इसकी जानकारी पुलिस को भी (No information of tenants in Raipur) नहीं है. रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने हाल ही में राजपत्रित अधिकारियों की बैठक में लंबित मर्ग पर जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, जिसके बाद मर्ग कायम किया जा रहा है.

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक किराएदार वेरिफिकेशन की जांच और उनकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एएसपी रैंक के अधिकारियों को दी गई है. एएसपी ने अधीनस्थों को थाना क्षेत्र में रहने वाले किरायेदारों की जानकारी जुटाने और उनका वेरिफिकेशन करने का निर्देश भी दिया है. लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा.

अभियान फिर हुआ फेल : रायपुर पुलिस अधिकारियों के अनुसार शहर में लगभग दो लाख किराएदार हैं. इन किरायेदारों की जानकारी जुटाने के लिए अगस्त 2021 को निर्देश जारी किया गया था. अक्टूबर 2021 तक प्रक्रिया पूरा करने की बात लिखी गई थी. समय निकल जाने के बाद किराएदार की जानकारी नहीं देने वाले मकान मालिकों पर कार्रवाई होनी थी. लेकिन इसके बाद भी मकान मालिकों ने किराएदार की जानकारी थाने में जमा नहीं करवाई. वहीं अब मकान मालिकों पर कार्रवाई करने में पुलिस के भी हाथ आगे नहीं बढ़ रहे हैं.

क्या है प्रक्रिया : यदि कोई मकान मालिक किराएदार को रखता है तो उसे किराएदार वेरिफिकेशन फॉर्म को भरकर स्थानीय थाने में जमा करना होता है. यदि किराएदार फॉर्म नहीं मिल रहा तो एप्लीकेशन के साथ किरायानामा और किराएदार के दस्तावेज पुलिस थाना में जमा करना होता है. स्थानीय पुलिस के अधिकारी किराएदार के मूल पते के स्थानीय थाना से उसकी जानकारी जुटा लेते हैं और उसके रिकॉर्ड में शामिल करते हैं. इस प्रक्रिया से किराएदार संदिग्ध गतिविधि में शामिल होता है तो उसकी शिनाख्त करने में आसानी होती है.

ऑनलाइन अपलोड है फॉर्म : किरायेदारों की जानकारी स्थानीय थाने में देने के लिए पूरा फॉर्मेट बनाकर ऑनलाइन अपलोड किया गया है. मकान मालिक ऑनलाइन और ऑफलाइन पैटर्न पर इसे भरकर स्थानीय थाने में जमा कर सकते हैं. पुलिस की अपील के बाद बहुत से लोग खुद थाने में आकर वैरिफिकेशन जमा किए हैं. लेकिन कुछ मकान मालिक ऐसे हैं जिन्होंने अपने यहां रह रहे किराएदार की जानकारी मुहैया नहीं कराई. जिन पर अब पुलिस कार्रवाई का मन बना रही है.

आईएएस अफसर के मकान में छुपा था आरोपी : हाल ही में 26 मार्च को बिहार पुलिस ने गंज पुलिस की मदद से बिहार में कारोबारी की हत्या करने वाले आरोपी को पकड़ा. आरोपी देवेंद्र नगर में रहने वाले आईएएस के मकान में बीते एक माह से कुक का काम कर रहा था. आरोपी को नौकरी में रखने से पूर्व आईएएस ने उसका पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराया और न ही जानकारी थाने में दी . पुलिस के अनुसार आरोपी ने फरवरी माह में कारोबारी अमित कुमार की धारदार हथियार मारकर हत्या की और वहां से फरार हो गया. जिसकी गिरफ्तारी पुलिस ने रेलवे परिसर के पास से की की.

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मुंबई का हिस्ट्रीशीटर रायपुर से गिरफ्तार : 30 जनवरी 2022 को रायपुर और मुंबई पुलिस की संयुक्त टीम ने तेलीबांधा थाना क्षेत्र में किराए का मकान लेकर रहने वाले मुंबई के हिस्ट्रीशीटर शाहबाज को गिरफ्तार किया. आरोपी मुंबई के गोवंडी इलाके में कारोबारी को गोली मारकर फरार हुआ था.इसके बाद रायपुर में किराए का मकान लेकर अपने साथियों के साथ छिपा था. शाहबाज के साथ इरफान और इसरार नाम की युवकों को भी पुलिस ने पकड़ा था.

Last Updated : Apr 12, 2022, 1:51 PM IST
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