धमतरी: तिरुपति बालाजी के लड्डू प्रसाद में मिलावट पर पूरे देश में चर्चा का दौर जारी है. बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के खुलासे के बाद से पूरे देश में बयानबाजी का सिलसिला चल रहा है. आंध्र प्रदेश सरकार ने इसमें एक एसआईटी का गठन किया है और जांच का ऐलान किया है. इस बीच धमतरी पहुंचे कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसे सनातन धर्म को आघात पहुंचाने वाला बताया है.
"सनातन धर्म को आघात पहुंचाने वाला काम": कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तिरुपति प्रसाद के लड्डुओं में घी की जगह मिलावट करना यह सनातन धर्म के खिलाफ है. उन्होंने बातों बातों में कहा कि यह एक चाल के तहत किया गया है.
जो भी कुछ हुआ है तिरुपति में वो ठीक नही है. भगवान श्री वेंकटलाल के प्रसाद में मछली का तेल मिलाना या चर्बी मिलाना ये उत्तम नहीं है. इसमें कहीं न कहीं, किसी न किसी तरह से हमारे सनातन धर्म पर आघात पहुंचाने का प्रयास किया गया है. कुछ चाल के तहत ही कार्य किया गया है: प्रदीप मिश्रा, कथावाचक
"भगवान शिव नशा पसंद नहीं करते": कथावाचक प्रदीप मिश्रा से जब मीडिया ने सवाल पूछा कि भगवान महाकाल के नाम पर बढ़ते नशाखोरी की बातें सामने आ रही है. इस पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि शंकर जी नशा को पसंद नहीं करते. मेरा शिव, मेरा महाकाल बाबा कभी भी नशे को प्रेरणा नहीं देता, मेरा शिव नशे से दूर रहना सिखाता है. इसलिए युवाओं से निवेदन है छत्तीसगढ़ पुलिस नशा मुक्ति के लिये अभियान चलाती है. भारत के नवयुवक युवक युवतियों से निवेदन है नशे मुक्त होइए हमारा शंकर नशा करना नहीं सीखाता है.
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा धमतरी के दौरे पर थे. यहां वे कुकरेल स्थित कांटाकुर्रीडीह में शिव महापुराण की कथा करने आए थे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने ये सारी बातें कही.