कोरबा: छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले दो दिनों से राज्य में कोरोना के 800 से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं. छत्तीसगढ़ उन राज्यों में शामिल है, जहां केसेस की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. कोरबा जिले में पिछले दिनों संक्रमितों मरीजों की जो संख्या 10 थी वो बढ़कर 100 के पार हो गई है.
कोरोना के मरीजों के साथ-साथ लोगों की लापरवाही भी बढ़ रही है. लोग न सिर्फ मास्क लगाने में लापरवाही कर रहे हैं बल्कि सैनिटाइजर का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेसिंग लगभग भूल ही गए हैं. ETV भारत ने शहर के व्यस्ततम इलाकों का जायजा लिया. कुछ लोगों ने तो मास्क पहना था लेकिन कुछ बिल्कुल बेपरवाह नजर आए.
Corona Comeback: आज ही के दिन प्रदेश में मिला था पहला मरीज, फिर बढ़ रहे केस
मास्क वाले तो मिल भी गए लेकिन सोशल डिस्टेसिंग गायब
ईटीवी भारत ने शहर के व्यस्ततम बाजार मुड़ापार का जायजा लिया. यहां कई लोग बिना मास्क के घूमते हुए नजर आए. सोशल डिस्टेंस की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही थी. प्रशासन जिम्मेदारी की बातें तो कहता है लेकिन निभाता है, ये नजर नहीं आया.
कुछ जागरूक भी दिखे
व्यस्त बाजार में जहां ज्यादातर लोग कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए दिखे तो कुछ ऐसे जागरूक लोग भी नजर आए, जो नियमों का पालन करते हुए दिखे. कुछ सब्जी व्यवसाई ग्राहकों को सब्जी छांटने की अनुमति नहीं दे रहे हैं. वह ग्राहकों से अपील भी कर रहे हैं कि मास्क लगाएं और दूर खड़े रहें. वे खुद ही सब्जी निकाल कर उनके झोले में रख देंगे.
कोरबा में पिछले 5 दिन का आंकड़ा-
- 17 मार्च- कोरोना के 3 नए मरीज मिले, एक्टिव केस- 101
- 16 मार्च- कोरोना के 9 नए मरीज मिले, एक्टिव केस- 102
- 15 मार्च- कोरोना के 9 नए मरीज मिले, एक्टिव केस- 99
- 14 मार्च- कोरोना के 13 नए मरीज मिले, एक्टिव केस- 99
- 13 मार्च- कोरोना के 10 नए मरीज मिले, एक्टिव केस- 93
अब नहीं चेते तो भुगतने होंगे परिणाम
महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू की शुरुआत हो चुकी है. लापरवाही बरतने और आने वाले खतरे के प्रति संजीदा नहीं होने के अब घातक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
पिछले साल 18 मार्च को मिला था पहला मरीज
पिछले वर्ष मार्च में ही कोरोना की शुरुआत हुई थी. उसके बाद एक साल कैसे गुजरा है, ये सबको पता है. अब भी लोग सामान्य दिनचर्या में नहीं लौट पाए हैं. अगर ऐसी ही लापरवाही होती रही तो कहीं फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति न बन जाए.