दुर्ग: मिलावटी कीटनाशक दवा बनाकर और उस पर रजिस्टर्ड कंपनी का ट्रेड मार्क इस्तेमाल कर बेचने वाले मास्टरमाइंड को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम योगेश चांडक है. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की आगे की कार्रवाई जारी है. इस पूरे खेल में शामिल और आरोपियों की तलाश भी पुलिस कर रही है.
एक तरफ किसान अपनी फसलों को बीमारियों से बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का उपयोग करते हैं तो वहीं अपने फायदों के लिए आरोपी बाजार में मिलावटी खाद बेचकर मुनाफा कमाने में जुटे हुए हैं. कुछ ऐसा ही मामला दुर्ग में सामने आया है. जहां नकली खाद खपाने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. फटेरा कंपनी के फील्ड ऑपरेशन मैनेजर क्षेत्रपाल सिंह निवासी नई दिल्ली ने मार्केट में उनके ट्रेड मार्क में मिलावटी खाद की शिकायत की थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू की.
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शिकायत करने वाली कंपनी कृषि संबंधी सामग्री बनाकर बेचने का काम करती हैं. कंपनी के सभी प्रोडक्ट का ट्रेंड मार्क रजिस्ट्रेशन भी है. राज्य में उनकी कंपनी को प्रोडक्ट बेचने की अनुमति मिली हुई हैं. लेकिन दुर्ग गंजपारा स्थित जावेद गैरेज पर उनकी कंपनी के कीटनाशक से मिलता-जुलता प्रोडक्ट बेचने के लिए रखा गया हैं. जब प्रोडक्ट की जांच की गई तो ट्रेड मार्क और बेच नंबर फर्जी निकाला.
दुर्ग शहर ASP संजय ध्रुव ने बताया कि मामले की शिकायत मिलने के बाद नकली खाद खपाने वाले योगेश चांडक के खिलाफ धारा 420,103 और 104 ट्रेड मार्क अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया. आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है. जिले के साथ प्रदेश में नकली कीटनाशक व खाद की धड़ल्ले से ब्रिकी हो रही है. जिसके कारण किसानों की फसल नुकसान होने से वे आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होते है. जिले में कई किसान इस वजह से खुदकुशी भी कर चुके हैं.