अंबिकापुर : कांग्रेस की सरकार इन दिनों पूरे छत्तीसगढ़ में नरवा, गरवा, घुरुवा और बारी जैसी महत्वाकांक्षी योजना को क्रियान्वयन करने में लगी हुई है. किसानों के लिए यह योजना वरदान साबित हो सकती है.
बता दें कि इस योजना के तहत विकासखंड लुण्ड्रा में सर्वप्रथम चयनित ग्रामों में पुरकेला और लमगांव को हाईटेक गौठान के रूप में विकसित किया जा रहा है. पुरकेला के 10 एकड़ पंचायत भूमि पर 25.70 लाख की लागत से मवेशियों के लिए गौठान बनाई जा रही है, जहां गांव के सभी मवेशियों को चारागाह, पानी, आहार, चरवाहा और उपचार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जायेगी. इसकी निगरानी 15 चरवाहा सहित चार स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी.
चारागाह में मिलेंगी ये सुविधाएं
चारागाह में कुछ इस तरह की व्यवस्था भी बनाई जा रही है कि पंचायत के प्रत्येक ग्रामीण को एक दिन में एक रुपया बतौर देखभाल शुल्क के रूप में देना होगा. यदि गांव का कोई भी मवेशी बीमार पड़ता है या उसे चोट लगती है तो उसका निःशुल्क इलाज करवाया जाएगा. इसके लिए 5 से 6 दिन ग्राम पंचायत में डॉक्टर की उपलब्धता सुनिश्चित होगी.
रमन ने कसा था तंज
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने अंबिकापुर प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा में सरकार की इस योजना पर चुटकी लेते हुए भूपेश पर तंज कसा था. रमन सिंह ने कहा कि था कि भूपेश सरकार इन चार कामों के अलावा कुछ नहीं जानती. जब मैं भूपेश बघेल से सदन में पूछा कि नरवा, गरवा, घुरुवा और बारी, एकर बर पइसा है संगवारी. उन्होंने कहा कि नरवा, गरवा, घुरुवा और बारी तो ग्रामीणों के पास पहले से मौजूद था, लेकिन मौजूदा सरकार इसे हाईटेक बनाने में लगी हुई है.