रुड़कीः उत्तराखंड के गांव डाडा जलालपुर में काली सेना हिंदू बुधवार को महापंचायत करने जा रही है. डाडा जलालपुर वही गांव है, जहां हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा में बवाल हुआ था. इस महापंचायत के ऐलान के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. महापंचायत से पहले हरिद्वार पुलिस ने काली सेना के राज्य संयोजक स्वामी दिनेशानंद भारती को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पांच किलोमीटर के क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस का दावा है कि बिना अनुमति के किसी भी तरह का आयोजन और जुलूस निकालने नहीं दिया जाएगा. माना जा रहा है कि प्रशासन और पुलिस के सख्त रुख के चलते महापंचायत नहीं हो पाएगी, लेकिन स्वामी आनंद स्वरूप ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह हिंदू महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील कर रहे हैं. इस वीडियो में आनंद स्वरूप ने धारा 144 लागू करने पर प्रशासन को चेतावनी भी दी है.
स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है बुधवार को धर्म संसद नहीं बल्कि हिंदू महापंचायत का ऐलान किया गया है. मगर इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को गलत रिपोर्ट देकर बरगलाया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन महापंचायत करने से रोकेगा तो उसके गंभीर परिणाम होंगे. उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से आरोपियों को बचाने में जुटा है. हिंदू महापंचायत अवश्य होगी. चाहे थाने में ही महापंचायत क्यों न करनी पड़े.
क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 16 अप्रैल की रात को डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकालते समय दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था. जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से पथराव (stone pelting on Hanuman Jayanti procession) हुआ. जिसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. इतना ही नहीं घटनास्थल पर आगजनी भी की गई. जिसमें एक वैगनआर कार के साथ दो बाइक जल गए. जबकि, दोनों पक्षों के कई लोग भी घायल हो गए थे.
संतों का क्या कहना है: शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swaroop) ने कहा कि उनकी ओर से पुलिस को लगातार कहा जा रहा था कि भोपाल के मुख्य आरोपी इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए. लेकिन मुख्य आरोपी इमाम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अगर 7 दिनों के भीतर इमाम की गिरफ्तारी नहीं होती है तो काली सेना और धर्म संसद की ओर से भगवानपुर के गांव में महापंचायत की जाएगी. अगर महापंचायत में किसी तरह का बवाल होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. अब महापंचायत की तारीख कल यानी 27 अप्रैल आ गई है.
पढ़ें : घाटी में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, कश्मीरी पंडित का किया अंतिम संस्कार