नई दिल्ली : केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने को-लोकेशन घोटाला मामले में रविवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चित्रा रामकृष्ण को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया.
शनिवार को दिल्ली की एक अदालत ने चित्रा रामकृष्ण को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था. एएनआई के मुताबिक, रविवार को सीबीआई की एक टीम ने चित्रा को पूछताछ के लिए बुलाया और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. विशेष अदालत ने सोमवार को चित्रा रामकृष्ण को 7 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. इससे पहले सीबीआई ने 25 फरवरी को उनके सहयोगी आनंद सुब्रमण्यिन को गिरफ्तार किया था.
18 फरवरी को भी चित्रा ने अपना बयान दर्ज कराया था. सीबीआई ने हिमालय के अदृश्य योगी को भेजे गए मेल के बारे में पूछताछ की थी. इसके अलावा उनसे करीब 50 सवाल पूछे थे. अपने जवाब में उन्होंने विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश की थी कि उसे बहुत कुछ पता नहीं है. उसने यह भी दावा किया था कि वह निर्दोष है और कोई उसे फंसाने की कोशिश कर रहा है.
सीबीआई ने सेबी की 192 पन्नों की रिपोर्ट के आधार पर चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. उस रिपोर्ट में चित्रा पर हिमालय में रहने वाले एक अनाम योगी को गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप लगाया गया था. सेबी ने उन पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. बता दें कि एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण ने 2014 और 2016 के बीच किसी गुमनाम योगी को उसकी आईडी rigyajursama@outlook.com पर कई मेल भेजे थे. चित्रा ने ही आनंद सुब्रमण्यिन को NSE का मुख्य रणनीतिक सलाहकार बनाया था.
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