रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो रहा है. हेल्थ सर्विसेज को और सुविधाजनक बनाने के लिए अब प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में एक जून से कैशलेस व्यवस्था शुरू की जाएगी. इस बात का ऐलान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विधानसभा में किया. इस संबंध में पांच हजार करोड़ से ज्यादा का अनुदान मांग पारित कर दिया गया है. खूबचंद बघेल योजना के छत्तीसगढ़ के 85 फीसदी परिवारों को फायदा पहुंचेगा.
अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सिंहदेव ने की घोषणा: हेल्थ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव ने अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए, सदन को इसकी जानकारी दी. सिंहदेव ने केहा कि" सरकारी अस्पतालों में कैशलेस सुविधा होने से मरीजों को इलाज के लिए एक रूपया भी नहीं देना होगा. ओपीडी, आईपीडी और दवा के अलावा सभी तरह की जांच भी फ्री में होगी.सभी सेवाएं बीपीएल के कार्ड धारकों को मुफ्त में दी जाएगी. कैशलेस सुविधा से यूनिवर्सल हेल्थ केयर के कॉन्सेप्ट को बढ़ावा मिलेगा. राज्य में डॉक्टरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. स्पेशलाइज्ड डॉक्टरों की संख्या बढ़कर 534 हो गई है. हेल्थ ऑफिसर्स की संख्या में इजाफा हुआ है. अब राज्य में 2413 हेल्थ ऑफिसर्स हैं. इसी तरह 29 अस्पातलों में डायलिसिस की सुविधा हो गई है."
खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना का दायरा बढ़ रहा: सिंहदेव ने सदन में बताया कि "राज्य में खूबचंद बघेल योजना का दायरा बढ़ रहा है. करीब 85 प्रतिशत परिवारों को इस योजना से फायदा पहुंचा है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का फायदा भी प्रदेश की जनता को मिल रहा है. इन दोनों योजनाओं के जरिए जरूरतमंद लोगों को इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की राशि दी जा रही है. आयुष्मान कार्ड बनाने में छत्तीसगढ़ देश के टॉप राज्यों में शुमार हो गया है."
ये भी पढ़ें: cg assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा में उठा बारिश और ओलावृष्टि से मौत का मुद्दा
सिकलसेल मरीजों के इलाज के लिए सिंहदेव ने दी ये जानकारी: हेल्थ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव ने सदन को बताया कि "छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा सिकलसेल के मरीज पाए जाते हैं. इसलिए हर जिले में सिकलसेल प्रबंधन केंद्र की स्थापना की गई है."
कैशलेस सुविधा क्या होती है: अस्पतालों में कैशलेस सुविधा का मतलब है कि आपका इलाज फ्री में किया जाएगा. किसी भी तरह के ट्रीटमेंट या टेस्ट के लिए आपसे अस्पताला कोई पैसा नहीं लेगा. इसके लिए आपको सरकार की तरफ से शुरू की गई हेल्थ स्कीम में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके अलावा जो मरीज इस योजना के दायरे में नहीं आते हैं वह डिजिटली पेमेंट कर अपना इलाज करवा सकते हैं.