बारिश से कावर क्षेत्र के सूखे जलस्रोत फिर से भरे, लोगों के चेहरे पर लौटी रौनक - कावर क्षेत्र
🎬 Watch Now: Feature Video
![ETV Thumbnail thumbnail](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/320-214-7986276-thumbnail-3x2-beguu.jpg)
बिहार के आंतरिक जल स्रोत का स्तर साल 2019 में काफी नीचे चला गया था. प्रचंड गर्मी के कारण बेगूसराय के छोटे-बड़े कई जलस्रोत सूख गए थे. जिसमें एशिया का प्रसिद्ध कावर झील भी शामिल था. जिससे हजारों लोगों की जीविका खत्म हो गई थी, लेकिन इस बार शुरुआत से ही हो रही बारिश ने जिले में आंतरिक जलस्रोत को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया है. कावर झील समेत हर छोटे-बड़े जल संग्रह स्थल प्राकृतिक छटा बिखेर रहे हैं. खासकर झील इलाके में प्रचुर मात्रा में पानी होने की वजह से न सिर्फ हजारों लोगों की जीविका पटरी पर लौट आई है, बल्कि यहां पर्यटन की भी संभावना काफी बढ़ गई है. बीते साल कम बारिश और प्रचंड गर्मी की वजह से जिले में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. छोटे बड़े सैकड़ों तालाब कुएं और जल स्रोत पूरी तरह से सूख गए थे. जिससे स्थिति काफी भयावह हो गई थी. केंद्र सरकार की एक एजेंसी ने सैटेलाइट के जरिए सर्वे कर बेगूसराय के दो प्रखंड नावकोठी और भगवानपुर में जल स्रोत नगण्य पाया था.