ऐसा है कतकौली गांव: न पुलिस पहुंची यहां, न लोग जाते कचहरी, जानिए इतिहास - बक्सर की लड़ाई
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बक्सर: 23 अक्टूबर 1764 में शहर से 3 किलोमीटर दूर कतकौली गांव के मैदान में ईस्ट इंडिया कंपनी के हेक्टर मुनरो, मुगलों और नवाबों की सेनाओं के बीच एक युद्ध लड़ा गया था. बंगाल के नवाब मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउदौला, मुगल बादशाह शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना और अंग्रेजी सेनाओं के बीच युद्ध हुआ था. इस युद्ध में अंग्रेजों की जीत हुई. परिणाम स्वरूप पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड ,उड़ीसा, और बांग्लादेश की दीवानी और राजस्व अधिकार ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में चला गया. बक्सर का कतकौली गांव एक ऐसा आदर्श गांव हैं जहां आजादी के 74 साल बाद अब तक एक भी एफआईआर भी दर्ज नहीं हुई है. गावं के लोग आज तक न थाने गए और न कोर्ट कचहरी.