पश्चिमी चंपारण: बगहा अंतर्गत इंडो-नेपाल सीमा का तराई इलाका चकदहवा बरसात के बाद उफनाई नदी से जलमग्न हो गया है. गंडक नदी के किनारे बसे इस इलाके में नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद शुक्रवार की शाम पानी घुस गया. एसएसबी ने कई परिवार के लोगों को नाव के सहारे बांध पर पहुंचाया है.
कई गांव में घुसा बाढ़ का पानी
चकदहवा के झंडू टोला, बिन टोली सहित कई गांवों में गंडक नदी का पानी घुस गया है. यहां तक कि एसएसबी का झंडू टोला कैम्प भी जलमग्न हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि अचानक शाम में गांव में पानी घुस गया, जिससे लोगों के घर आंगन तक पानी पहुंच गया और कई परिवारों के यहां चूल्हा नहीं जल पाया. साथ ही कई परिवार के लोग अपने घर के छतों पर बैठे दिखे.
'डूब गया राशन-पानी'
बताया जाता है कि गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद खेत और गांव में पानी घुस गया. इसके बाद गांव के कई परिवारों को एसएसबी ने तुरंत मदद किया और उन्हें बांध पर पहुंचाया. ग्रामीणों का कहना है कि ऊपर से बारिश और नीचे से बाढ़ के पानी से मुश्किलें बढ़ गई है और उनका अनाज भी डूब गया है.
एसडीएम विशाल राज ने कहा कि लोगों को हर संभव मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि दरअसल यह निचला इलाका है और एक तरफ गंडक और दूसरी तरफ से जंगल के बीच बसा है. वर्तमान समय में इस गांव के तरफ जाने के लिए कोई साधन भी नहीं है. इस गांव की ओर जाने वाला सभी रास्ता जलमग्न है.