बेतिया: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. बावजूद इसके शराब की बिक्री होना कोई नई बात नहीं है. शिकारपुर थाने से महज तीन किलोमिटर की दूरी पर स्थित मौजा पकड़ी गांव में देशी शराब बनाने, बेचने का काम बदस्तूर जारी है. ग्रामीणों के शिकायत पर भी स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जिससे नाराज ग्रामीणों सड़क पर लाठी-डंडे के साथ निकल पड़े और जहां-जहां शराब मिला वहां ग्रामीणों ने खुद नष्ट किया.
नरकटियागंज प्रखंड के शिकारपुर पंचायत के मौजा पकड़ी गांव के वार्ड 9 व 10 में शराब बनाने व बेचने का काम बदस्तूर जारी है. इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की गई लेकिन शिकारपुर थाने की तरफ से कोई कार्रवाई नही की कई. नाराज ग्रामीण खुद ही शराब बिक्री बंद कराने के लिए मोर्चा संभाल लिया और लाठी-डंडे के साथ निकल पड़े.
पुलिस पर उठ रहे सवाल
ऐसे में शिकारपुर थाने की लापरवाही देखने को मिल रही है. पुलिस विभाग की तरफ से लगातार शराब बिक्री पर रोक लगाने का दावा किया जाता है. लेकिन शिकारपुर थाना की असंवेदनशीलता सबके सामने है. लोग लगातार पुलिस से शिकायत करते हैं इसके बावजूद भी पुलिस गांव में नहीं जा रही है. ऐसे में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठना लाजमी है.