बेतिया: जिले के सिकटा प्रखंड क्षेत्र बैसखवा गांव से धनकुटवा जाने वाली सड़क कई सालों से जर्जर है. जिसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी को लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक मंत्री खुर्शीद आलम के खिलाफ मोर्चा निकाला. मोर्चा में लोगों ने 'सड़क नहीं तो वोट नहीं' का नारा लगाया.
'विधानसभा चुनाव में वोट नहीं देने का ऐलान'
ग्रामीणों ने बताया कि 2011 के चुनाव के समय वर्तमान विधायक खुर्शीद आलम से सड़क निर्माण करवाने की गुहार लगाई थी. जिस पर खुर्शीद आलम ने चुनाव जीतने के बाद सड़क निर्माण करवाने का भरोसा दिलाया था. लेकिन जब 2011 के चुनाव में वह हार गए और लोगों ने उनसे मिलकर बात की तो उन्होंने कहा कि वह चुनाव हार गए हैं. इसलिए सड़क नहीं बनवा सकते हैं. जब जीतेंगे तो सड़क बनवा देंगे, जिसके बाद 2015 में वह चुनाव जीते, लेकिन इन 5 सालों में भी सड़क नहीं बन पाया. जिससे ग्रामीणों ने आने वाले विधानसभा चुनाव में वोट नहीं देने का ऐलान कर दिया है.
चार पंचायतों के कई गांव प्रभावित
बता दें की यह सड़क धनकुटवा, औसानपुर, झकरा गोपालपुर, बैसखवा पंचायत को सीधे जोड़ती है. जिससे इन चार पंचायतों के कई गांव प्रभावित है. आजादी के बाद से इस गांव में पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. जिसको लेकर यहां के लोग जनप्रतिनिधियों पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. सड़क नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में यहां के लोगों को 15 किलोमीटर का चक्कर लगाकर प्रखंड में आना पड़ता है.