पश्चिमी चंपारण (बेतिया): बेतिया समाहरणालय सभागार में क्राइम मीटिंग का आयोजन किया गया. करीब 6 घंटे तक पुलिस अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक में एसपी का तेवर बदला बदला दिखा. एसपी ने सख्त लहजे में थानेदारों को आदेश दिया कि हत्या, लूट जैसे संगीन मामले में शामिल अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करें. फरारी की हालत में कुर्की और जब्ती की कार्रवाई की जाए. इस दौरान एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने केस का चार्ज नहीं देने वाले डेढ़ दर्जन पुलिस पदाधिकारियों के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी.
क्राइम बैठक के दौरान एसपी ने केस, वारंट, कुर्की का तेजी से निस्तारण करने निर्देश दिया. एसपी ने साफ लहजे में कहा कि सभी को अब काम करना होगा और सभी की जवाबदेही तय होगी. जिम्मेवारी और जवाबदेही पर सभी को खरा उतरना होगा. इंस्पेक्टर और थानाध्यक्षों को थाना क्षेत्रों में गश्ती बढ़ाने, वाहन चेकिंग अभियान चलाने, शराब धंधेबाजों पर कार्रवाई करने और आम लोगों से बेहतर संबंध स्थापित करने का निर्देश दिया. वहीं शांतिपूर्ण और सद्भावपूर्ण माहौल में सरस्वती पूजा आयोजित कराने के लिए भी एसपी ने दिशा निर्देश दिये. एसपी ने कहा कि बॉर्डर क्षेत्र पर विशेष नजर रखने की जरूरत है. बॉर्डर से गुजरने वाले सभी लोगों की निगरानी की जाए.
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नजरे चुराते नजर आए पुलिस अधिकारी
एसपी के सख्त तेवर देख कई पुलिस पदाधिकारी नजरे चुराते नजर आए. बेहतर काम करने वाले पुलिस पदाधिकारियों की एसपी ने हौसला अफजाई किया. क्राइम मीटिंग में एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट व न्यायालय से जुड़े लोग भी शामिल हुए. क्राइम मीटिंग में सदर एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय सहित कई पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए.