पश्चिमी चंपारण: वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद सतीश चंद्र दुबे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. टिकट कटने के बाद सतीश चंद्र ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बातों को अफवाह बताया था. लेकिन कल की घोषणा के बाद से पहले खबरों पर मुहर लग गई है.
सतीश चंद्र दुबे के ऐलान के बाद से वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर चुनावी तापमान बढ़ गया है. उन्होंने नरकटियागंज में कार्यकर्ता सम्मेलन किया और साथ ही चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है. वे 22 अप्रैल को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरेंगे.
अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर मांगेंगे वोट
सतीश चंद्र दुबे ने अटल बिहारी वाजपेई, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय के तस्वीर और पोस्टर के वोट मांगने की तैयारी की हैं. उन्होंने कहा कि मैं अटल जी के नाम पर वोट मांगूंगा. क्योंकि मैं भी चौकीदार हूं. वहीं टिकट बटवारे से पहले ईटीवी भारत ने बीजेपी सांसद सतीश चंद्र दुबे से सवाल किया था कि अगर वाल्मिकीनगर से आपको टिकट नहीं मिलता है तो क्या आप निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे? तो वह नाराज हो गए थे और उन्होंने कहा था कि यह आपकी मनगढ़ंत बातें हैं.
टिकट वितरण के समय चुनाव लड़ने से किया था इनकार
उन्होंने कहा था कि मैं बीजेपी का सच्चा सिपाही हूं और सिपाही रहूंगा. मैं निर्दलीय चुनाव कभी नहीं लड़ूंगा. लेकिन आखिरकार ईटीवी भारत के पूछे गए सवाल पर मुहर लग गई और सतीश चंद्र दुबे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं.
मुकाबला रोचक हो गया है
वाल्मीकिनगर लोकसभा चुनाव काफी रोचक हो चुका है. क्योंकि बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता सतीश चंद्र दुबे के साथ नजर आ रहे हैं. ऐसे में जदयू प्रत्याशी के लिए वाल्मीकिनगर लोकसभा में लोहे के चने चबाने के जैसा हो गया है.