बगहाः बिहार के बगहा में अवैध नर्सिंग होम संचालकों (Illegal Nursing Home In Bagha) और झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. शुक्रवार को मेडिकल जांच टीम की छापेमारी के लिए क्लीनिक में पहुंचने से पहले ही नर्सिंग होम के संचालक फरार हो गए. हालांकि उक्त अमायरा नर्सिंग होम में जांच के क्रम में दो ऑपरेटेड मरीज मिले जिसमें एक सिजेरियन बच्चा और दूसरे मरीज का अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था. टीम ने इन दोनों मरीजों को उप स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट कर दिया है.
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चार दिन पूर्व भी हुई थी छापेमारीः चार दिन पूर्व एक नर्सिंग होम (Illegal Nursing Home Sealed In Bagaha) की जांच में दर्जनों ऑपरेटेड मरीज मिले थे. 6 महिला मरीजों का गर्भाशय निकाल लिया गया था. हालांकि जांच टीम ने इस संस्थान को सील करने और रेस्क्यू किए गए मरीजों को उप स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने की बात कही थी. लेकिन ये सभी मरीज अचानक से फरार हो गए. एसडीएम ने खुद जाकर जांच पड़ताल की और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जांच कर कार्रवाई की बात कही. उन्होंने दो अन्य नर्सिंग होम में छापेमारी की लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा.
नेम प्लेट सरकारी डॉक्टर के नाम मिलेः बता दें कि अब तक जिन क्लीनिकों में छापेमारी हुई है, वहां सरकारी अस्पताल में प्रतिनियुक्ति डॉक्टरों के नेम प्लेट मिले हैं. लेकिन वो डॉक्टर वहां उपस्थित नहीं थे. लिहाजा कयास लगाया जा रहा है कि जिले में अधिकांश अवैध नर्सिंग होम पर बड़े बड़े सरकारी डॉक्टरों का नेम प्लेट लगा क्लीनिकों का संचालन हो रहा है. इस एवज में डॉक्टरों को एक तय राशि दी जाती है.
'' छापेमारी के दौरान दो मरीज मिले है. जिनको उप स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में शिफ्ट कर दिया गया है. सिविल सर्जन को अग्रेतर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजेंगे. निर्देश मिलने के बाद अस्पताल व अल्ट्रासाउंड संस्थान को सील करने और संचालकों पर कार्रवाई करने का काम किया जाएगा.'' डॉक्टर चंद्रभूषण, प्रभारी एमओ, रामनगर, उप स्वास्थ्य केंद्र