बेतिया: वाल्मीकिनगर लोकसभा उपचुनाव में जदयू से बागी होकर रालोसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे प्रेम चौधरी से विरोधी खेमे में हड़कंप है. इन्होंने नेपाल के पानी से तबाही को रोकने का मास्टर प्लान बनाकर संसद से लेकर अंतराष्ट्रीय लेवल तक मुद्दा उठाने की बात कही है. जिसका मास्टर प्लान भी तैयार कर लिया है.
लोगों से कर रहे जनसंपर्क
वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र के रालोसपा के प्रत्याशी प्रेम चौधरी ने लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं और अपने पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं. प्रेम चौधरी जदयू के नेता हुआ करते थे. लेकिन अब जदयू से टिकट नहीं मिलने से बागी होकर रालोसपा के टिकट पर वाल्मीकिनगर लोकसभा उपचुनाव से ताल ठोक रहे हैं. प्रेम चौधरी के मैदान में उतरने से विरोधी खेमे में हड़कंप मच गया है. वाल्मीकिनगर को पिछले 70 सालों में उसकी पहचान नहीं मिल पाई है. यह हौसले की लड़ाई है और यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है.
बाढ़ से अधिकतर लोग होते हैं प्रभावित
रालोसपा प्रत्याशी प्रेम चौधरी ने कहा कि यहां बाढ़ से अधिकतर लोग प्रभावित होते हैं. वाल्मीकिनगर में स्थित गैरेज आधा भारत में और आधा नेपाल में स्थित है. जिसके कारण हमारे क्षेत्र में पानी की तबाही से किसानों और आम लोगों को तबाही का दंश झेलना पड़ता है. ऐसे में अगर बांध बन गया तो उससे बिजली, सिचाई जैसे तमाम लाभ होंगे और तबाही से लोग बच जाएंगे. उन्होंने कहा कि संसद से लेकर अंतराष्ट्रीय संसद तक यह मुद्दा उठाकर समस्याओं से निजात दिलाने की कोशिश करेंगे.