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बिहार के किसानों की आय पंजाब के किसानों के बराबर हो जाए तो राज्य की आधी समस्या दूर हो जाएगी: PK

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर पश्चिम चंपारण से पदयात्रा (Prashant Kishor Jan Suraj Padyatra) शुरू की. जहां वे लगातार लोगों से मिलजुल रहे हैं और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर ने किसानों की आय बढ़ाने की मांग की है.

जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर
जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर
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Published : Oct 4, 2022, 9:27 AM IST

बेतिया: चुनावी रणनीतिकार के रूप में चर्चित प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज पदयात्रा के क्रम में सोमवार को किसानों से बात करते हुए कहा कि बिहार में कृषि मुताबिक प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं. यहां के किसान मेहनती हैं और बिहार में पानी की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि बिहार के किसानो की आय (Prashant Kishor demanded to increase income of farmers of Bihar) पंजाब के किसानों के बराबर कर दिया जाए तो बिहार का आधा कष्ट खत्म हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: PK की जन सुराज यात्रा पर बाेले संजय जायसवाल-'राजनीति का धंधा करने वाले को राजनीति करने का जोश जागा है'

प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा: गांधी जयंती से शुरू जन सुराज पदयात्रा के दौरान लगातार प्रशांत किशोर लोगों से संवाद कर रहे है. उन्होंने गौनाहा प्रखंड के स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ जन सुराज शिविर में जन सुराज की सोच पर संवाद किया. इसके बाद उन्होंने गौनाहा स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. प्रखंड मुख्यालय से सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते हुए प्रशांत किशोर ने दोमठ स्थित दुर्गा मंदिर में थारू समुदाय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. प्रशांत किशोर ने पदयात्रा के क्रम में अपना ज्यादातर समय लोगों से मिलने-जुलने व उनकी समस्याओं को समझने में लगाया.

प्रशांत किशोर ने किसानों की आय बढ़ाने की मांग की: किसानों से बात करते हुए किशोर ने कहा कि बिहार में कृषि मुताबिक प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं. यहां के किसान मेहनती हैं और बिहार में पानी की कोई कमी नहीं है. यहां पानी ज्यादा है, लोग मेहनतकश है, जमीन की उपजाऊ क्षमता बाकी राज्यों से बेहतर है, ना यहां पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों के बीच नहरों का विवाद है इसके बावजूद यहां किसानों की हालत देश में सबसे खराब है. उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों को ना समय से खाद मिल पाती है ना उनकी फसलों का भुगतान हो पाता है.

बता दें कि किशोर बिहार के पश्चिम चंपारण जिले स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम से इस पदयात्रा की शुरूआत की है. 3 अक्तूबर को पदयात्रा के दूसरे दिन प्रशांत किशोर ने 10 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया. यात्रा की शुरूआत गौनाहा प्रखंड से पैदल चलते हुए प्रशांत किशोर और उनके साथ सैकड़ों पदयात्री रात्रि विश्राम के लिए जमुनिया पहुंचे.

इन गांवों में जाएंगे प्रशांत किशोर: सात गांवों में जाकर प्रशांत किशोर लोगों से मिल रहे हैं. ये गांव पश्चिम चंपारण का भितिहारवा, श्रीरामपुरबाग, श्रीरामपुर, बेरिया डीह, पिपरिया, सरवा, और गौनाहा बाजार हैं. प्रशांत किशोर ने गौनाहा बाजार में रात्रि विश्राम किया और यहां पर संध्या चौपाल का भी आयोजन किया था.

ये भी पढ़ें: BJP के एजेंडे पर काम कर रहे PK, फुल पेज विज्ञापन के लिए कहां से आई राशि : ललन सिंह

बेतिया: चुनावी रणनीतिकार के रूप में चर्चित प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज पदयात्रा के क्रम में सोमवार को किसानों से बात करते हुए कहा कि बिहार में कृषि मुताबिक प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं. यहां के किसान मेहनती हैं और बिहार में पानी की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि बिहार के किसानो की आय (Prashant Kishor demanded to increase income of farmers of Bihar) पंजाब के किसानों के बराबर कर दिया जाए तो बिहार का आधा कष्ट खत्म हो जाएगा.

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प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा: गांधी जयंती से शुरू जन सुराज पदयात्रा के दौरान लगातार प्रशांत किशोर लोगों से संवाद कर रहे है. उन्होंने गौनाहा प्रखंड के स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ जन सुराज शिविर में जन सुराज की सोच पर संवाद किया. इसके बाद उन्होंने गौनाहा स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. प्रखंड मुख्यालय से सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते हुए प्रशांत किशोर ने दोमठ स्थित दुर्गा मंदिर में थारू समुदाय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. प्रशांत किशोर ने पदयात्रा के क्रम में अपना ज्यादातर समय लोगों से मिलने-जुलने व उनकी समस्याओं को समझने में लगाया.

प्रशांत किशोर ने किसानों की आय बढ़ाने की मांग की: किसानों से बात करते हुए किशोर ने कहा कि बिहार में कृषि मुताबिक प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं. यहां के किसान मेहनती हैं और बिहार में पानी की कोई कमी नहीं है. यहां पानी ज्यादा है, लोग मेहनतकश है, जमीन की उपजाऊ क्षमता बाकी राज्यों से बेहतर है, ना यहां पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों के बीच नहरों का विवाद है इसके बावजूद यहां किसानों की हालत देश में सबसे खराब है. उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों को ना समय से खाद मिल पाती है ना उनकी फसलों का भुगतान हो पाता है.

बता दें कि किशोर बिहार के पश्चिम चंपारण जिले स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम से इस पदयात्रा की शुरूआत की है. 3 अक्तूबर को पदयात्रा के दूसरे दिन प्रशांत किशोर ने 10 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया. यात्रा की शुरूआत गौनाहा प्रखंड से पैदल चलते हुए प्रशांत किशोर और उनके साथ सैकड़ों पदयात्री रात्रि विश्राम के लिए जमुनिया पहुंचे.

इन गांवों में जाएंगे प्रशांत किशोर: सात गांवों में जाकर प्रशांत किशोर लोगों से मिल रहे हैं. ये गांव पश्चिम चंपारण का भितिहारवा, श्रीरामपुरबाग, श्रीरामपुर, बेरिया डीह, पिपरिया, सरवा, और गौनाहा बाजार हैं. प्रशांत किशोर ने गौनाहा बाजार में रात्रि विश्राम किया और यहां पर संध्या चौपाल का भी आयोजन किया था.

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