ETV Bharat / state

PHED ने किया नल जल योजना का निरीक्षण, कई जगह मिली अनियमितता

author img

By

Published : Dec 1, 2020, 4:15 PM IST

बीते कई दिनों से बिहार में पेयजल आपूर्ति को लेकर पीएचईडी सक्रिय मोड से निरीक्षण कर रहा है. सीएम की सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना को लेकर बरती जा रही अनियमितता पर भी कार्रवाई की जा रही है.

नल जल योजना
नल जल योजना

बेतिया (वाल्मीकिनगर) : पिपरासी प्रखंड स्थित पिपरासी और सुजनही दलित बस्ती में पीएचईडी ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल मीनारों का निरीक्षण किया. इस निरीक्षण का नेतृत्व डीपीआरओ विनोद कुमार रजत और पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता नरेश प्रसाद चौधरी ने संयुक्त रूप से किया. निरीक्षण के क्रम में डीपीआरओ ने प्रखंड प्रांगण में लगाये गई जल मीनार की स्थित का अवलोकन किया. इसके साथ ही इस जल मीनार से पंचायत के वार्ड नंबर 3 में हो रहे जलापूर्ति का जायजा लिया.

जायजा लेने पहुंचे विभागीय अधिकारियों को लोगों ने बताया कि जल मीनार का निर्माण एक दशक पूर्व कराया गया था. जलापूर्ति के लिए दो दर्जन घरों में अभी तक कनेक्शन नहीं किया गया है. वहीं वार्ड नंबर 5 में पीएचईडी ने हर घर नल जल पहुंचाने के लिए एक और पानी की टंकी लगवाई थी. इसके अंतर्गत 88 परिवारों की सूचि अंकित की गई. लेकिन वास्तव में इस वार्ड में 40 परिवार ही निवास करते हैं. इस अनियमितता को ले प्रमुख यशवंत नारायण यादव ने विरोध जताते हुए कहा कि परिवारों की संख्या के हिसाब से प्राकलन बनता है लेकिन इसमें काफी अनियमितता बरती गई है.

बरती गई अनियमितता
बिना स्थलीय निरीक्षण के ही संवेदन फर्जी तरीके से 88 परिवारों की सूची बनाकर प्राकलन बढ़ा लिया है. वहीं प्रमुख ने और अनियमितता की बात कहते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में 100 घरों पर 12 लाख 20 हजार का प्राकलन बन रहा है. वहीं वैसा ही कार्य कराने पर पीएचईडी 14 लाख 74 हजार का प्राकलन बनाया गया है, जो बड़ा अनियमिता को दिखाता है.

जांच की मांग
प्रमुख ने इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है. वहीं पिपरासी पंचायत में निर्माण हो रहे पीएम आवास, नली गली योजनाओ का का भी जांच किया गया. सुजनही में पीएचईडी ने 50 परिवारों के बीच मे मात्र तीन स्थानों पर ही नल लगाया गया है. इसको ग्रामीणों ने डीपीआरओ से हर घर नल लगाने की मांग की. निरीक्षण के दौरान मोउद्दीन अंसारी, मनोज यादव, निशान्त कश्यप व अन्य उपस्थित रहे.

बेतिया (वाल्मीकिनगर) : पिपरासी प्रखंड स्थित पिपरासी और सुजनही दलित बस्ती में पीएचईडी ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल मीनारों का निरीक्षण किया. इस निरीक्षण का नेतृत्व डीपीआरओ विनोद कुमार रजत और पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता नरेश प्रसाद चौधरी ने संयुक्त रूप से किया. निरीक्षण के क्रम में डीपीआरओ ने प्रखंड प्रांगण में लगाये गई जल मीनार की स्थित का अवलोकन किया. इसके साथ ही इस जल मीनार से पंचायत के वार्ड नंबर 3 में हो रहे जलापूर्ति का जायजा लिया.

जायजा लेने पहुंचे विभागीय अधिकारियों को लोगों ने बताया कि जल मीनार का निर्माण एक दशक पूर्व कराया गया था. जलापूर्ति के लिए दो दर्जन घरों में अभी तक कनेक्शन नहीं किया गया है. वहीं वार्ड नंबर 5 में पीएचईडी ने हर घर नल जल पहुंचाने के लिए एक और पानी की टंकी लगवाई थी. इसके अंतर्गत 88 परिवारों की सूचि अंकित की गई. लेकिन वास्तव में इस वार्ड में 40 परिवार ही निवास करते हैं. इस अनियमितता को ले प्रमुख यशवंत नारायण यादव ने विरोध जताते हुए कहा कि परिवारों की संख्या के हिसाब से प्राकलन बनता है लेकिन इसमें काफी अनियमितता बरती गई है.

बरती गई अनियमितता
बिना स्थलीय निरीक्षण के ही संवेदन फर्जी तरीके से 88 परिवारों की सूची बनाकर प्राकलन बढ़ा लिया है. वहीं प्रमुख ने और अनियमितता की बात कहते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में 100 घरों पर 12 लाख 20 हजार का प्राकलन बन रहा है. वहीं वैसा ही कार्य कराने पर पीएचईडी 14 लाख 74 हजार का प्राकलन बनाया गया है, जो बड़ा अनियमिता को दिखाता है.

जांच की मांग
प्रमुख ने इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है. वहीं पिपरासी पंचायत में निर्माण हो रहे पीएम आवास, नली गली योजनाओ का का भी जांच किया गया. सुजनही में पीएचईडी ने 50 परिवारों के बीच मे मात्र तीन स्थानों पर ही नल लगाया गया है. इसको ग्रामीणों ने डीपीआरओ से हर घर नल लगाने की मांग की. निरीक्षण के दौरान मोउद्दीन अंसारी, मनोज यादव, निशान्त कश्यप व अन्य उपस्थित रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.