बेतिया (वाल्मीकिनगर): जिले के पिपरासी प्रखंड स्थित पिपरा-पिपरासी तटबंध पर धड़ल्ले से ओवर लोड वाहनों का संचालन हो रहा है. तटबंध की सुरक्षा के मद्देनजर भारी वाहनों पर सिंचाई विभाग ने रोक लिया दिया था. इसके बावजूद भी ओवलोड और भारी वाहनों तटबंध से आवागमन जारी है. लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा इसके रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
रोक के बाद भी हो रहा है ओवरलोडेड वाहनों का संचालन
ग्रामीणों ने बताया कि रोक के बाद भी ओवरलोडे वाहनों का संचालन बे रोकटोक हो रहा है. वहीं इस मार्ग से रोजाना विभागीय अधिकारी और पुलिस वाहन भी आते-जाते हैं, फिर भी प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं. मामले को लेकर तटबंध के समीप बसे गांव के लोगों में आक्रोशित हैं. साथ ही स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पीपी तटबंध सिंगल लेंथ का मार्ग है. इसके पक्के होने से गंडक पार के चारों प्रखंड पिपरासी, मधुबनी, भितहा और ठकराहा का आपस में सीधे जुड़ गए हैं. वहीं, धनहा में गौतम बुद्ध सेतु बनने से जिला और अनुमंडल मुख्यालय आवागमन सुलभ हो गया है. अधिकारी भी अब पहले की अपेक्षा अधिक इन प्रखंडों का दौरा कर पाते है. लेकिन तटबंध पर ओवरलोड भारी वाहनों के आवागमन के कारण सड़कें टूटने लगी है. एक लेंथ की सड़क होने से लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ओवरलोड वाहनों के संचालन से ग्रामीणों में आक्रोश
स्थानीय अजय कुमार, मुकेश प्रसाद, अशोक प्रसाद, रत्नेश पांडेय, राजेश पांडेय आदि लोगों ने बताया कि वर्तमान में गन्ना लदे ओवरलोड ट्रक का संचालन पीपी तटबंध मार्ग से किया जा रहा है. जब ट्रक बांध से गुजरता है तो दो पहिया वाहन को भी साइड लेने में काफी दिक्कत होती है. जिस कारण कभी भी दुर्घटना घट सकती है. लोग जान हथेली पर रख कर आने जाने को मजबूर हैं. तटबंध पर रोजाना पुलिस वाहन जांच करती है. लेकिन इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि तटबंध के कारण ही गंडक पार के 90 प्रतिशत आबादी बाढ़ के कहर से बच पाती है. इसको देखते हुए सिंचाई विभाग ने इस पर भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दिया था. इसके बावजूद भारी वाहनों का आवागमन जारी है.