बेतिया: बंदर के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. उसके बावजूद भी वन विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. अभी तक बंदर को पकड़ा नहीं गया और बंदर के आतंक से लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. छोटे-छोटे बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि उन्हें बंदर का डर सता रहा है.
बेतिया में बंदर का आतंक: पूरा मामला योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर वार्ड नंबर 2 का है, जहां 10 दिनों से बंदर के आतंक से यहां के ग्रामीण परेशान हैं. गांव के 20 से 22 लोगों को बंदर काट चुका है. ग्रामीण बंदर के आतंक से डरे व सहमे हुए हैं. बंदर के शिकार बने रविंद्र उपाध्याय की मानें तो 10 दिनों से इस गांव में बंदर ने तबाही मचा दी है.
"वन विभाग को कई बार इसकी सूचना दी गई. लेकिन उनके तरफ से कोई देखने तक नहीं आया. ग्रामीण परेशान हैं. घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं. घर के बाहर खेलने जाते हैं. बंदर के कारण डर बना रहता है."- रविंद्र उपाध्याय, घायल
कई लोगों को काटा: गांव में महिलाएं, पुरुष, बच्चे सबको बंदर ने अपना शिकार बनाया है. ग्रामीण लगातार वन विभाग को फोन कर सूचित कर रहे हैं. लेकिन वन विभाग के द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन गांव में आने के लिए कोई तैयार नहीं है. जिस कारण अभी तक बंदर पकड़ा नहीं गया है. गांव के लोग डरे हुए हैं कि ना जाने बंदर कब किसको अपना शिकार बना ले.
वन विभाग उदासीन: वहीं वन विभाग की उदासीनता को लेकर ग्रामीणों में वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ ग्रामीणों में रोष है. उनके अंदर गुस्सा है. उनका कहना है कि गांव में जिस तरह से बंदर ने आतंक मचा रखा है. उनका गांव में रहना दुश्वार हो गया है.
"कितने लोगों को बंदर ने काट रखा है. बंदर के डर से लोग अपने घरों में रहते हैं. छोटे-छोटे बच्चों को लेकर परेशान रहते हैं. ऐसे में वन विभाग भी लापरवाह बना हुआ है."- ग्रामीण
"वन विभाग की उदासीनता बता रही है कि वह इस समस्या को लेकर कितनी सजग है. ग्रामीण वन विभाग से और जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस बंदर को पकड़ा जाए ताकि यहां के लोग चैन से रह सके और बंदर के आतंक से बच सके."- ग्रामीण
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