बेतिया: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सभी दल सक्रिय नजर आ रहे हैं. इस क्रम में नेताओं के दल-बदल का खेल अब भी जारी है. लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष मंजीत वर्मा ने शहर के हरदिया चौक स्थित राजमहल होटल के सभागार में प्रेसवार्ता का आयोजन कर लोजपा से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने रालोसपा से चुनाव लड़ने की घोषणा की.
लोक जनशक्ति पार्टी पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए जिले के दर्जनों लोजपा कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर रालोसपा में शामिल होने का ऐलान किया. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मंजीत वर्मा ने कहा कि पिछले 17 वर्षों से लोजपा के साथ जुड़कर जनहित कार्यों के साथ-साथ पार्टीहित के लिए काम किया. लेकिन हाल के दिनों में पार्टी आलाकमान और शीर्ष नेताओं की उपेक्षा से मन काफी आहत हुआ. यही वजह है कि रालोसपा के साथ जुड़ रहा हूं.
लोजपा नेतृत्व पर उठाए सवाल
मंजीत वर्मा ने कहा कि रामविलास पासवान मंत्री होते हुए भी कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान करते थे. लेकिन चिराग पासवान के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही उनसे सम्पर्क करने में दो महीनों का समय लग जाता है. ऐसे में चिराग पासवान की ओर से कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान न करने से आहत होकर कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा देकर रालोसपा का दामन थामा.
'उपेंद्र कुशवाहा की जीत के लिए करेंगे काम'
रालोसपा की सदस्यता लेने के बाद मंजीत वर्मा ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा के कार्यों, प्रयासों और सूबे की राजनीति को एक नया विकल्प देने की दिशा में उनकी सोच और सिद्धान्तों से प्रभावित होकर रालोसपा से चुनाव लड़ने का मन बनाया है. इस काबिल समझकर रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुझपर जो भरोसा जताया है. इस दौरान लोजपा के नगर अध्यक्ष मृत्युंजय सोनी, हरेराम शर्मा, अजय वर्मा, सुनील कुमार, साहेब साह, सुरेन्द्र ठाकुर, ई कुन्दन कुमार, रामचन्द्र शर्मा, बृजकिशोर शर्मा, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदीप गुप्ता समेत रमाकांत आदिवासी, शेख रेयाज, उमेश शर्मा सहित अन्य प्रकोष्ठों व जिला के लोजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंजीत वर्मा के नेतृत्व में रालोसपा में शामिल हुए.