बेतिया: जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, भारत में कोरोना संक्रमितों के बढ़ने के पीछे किसी की सोची-समझी साजिश होने की बात सामने आई है. एसएसबी 47वीं वाहिनी बटालियन के मुताबिक परसा जिला का जालीम मुखिया नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना संक्रमितों को प्रवेश दे रहा है. जालिम मुखिया का नाम भारत-नेपाल के बीच तस्करी करने के मामले में भी शामिल है.
कौन है जालिम मुखिया?
जालिम मुखिया बिहार नेपाल सीमा के जगरनाथपुर गावपालिका, परसा जिला नेपाल का मेयर है. साथ ही नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी(माओवादी) का स्थनीय नेता भी है. जानकारी के मुताबिक जालिम मुखिया ने एक धर्म विशेष के 40 से 50 लोगों को भारत में नेपाल के रास्ते भेजना चाहता है और ये सभी कोरोना संक्रमित हैं. इन सभी को नेपाल बॉर्डर पर किसी मस्जिद में रखा गया है. जिसके बाद बेतिया जिला प्रशासन ने सभी एसपी, अनुमंडल पदाधिकारियों को पत्र लिखकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
एसएसबी के पत्र के बाद हड़कंप
बता दें कि एसएसबी 47वीं वाहिनी बटालियन ने बेतिया जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सूचना दी है कि भारत-नेपाल बॉर्डर के रास्ते एक धर्म विशेष के लोग भारत में प्रवेश करना चाहते हैं जो कोरोना संक्रमित हो सकते है. इसके बाद बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने जिला के एसपी, अनुमंडल पदाधिकारियों को पत्र लिखकर बॉर्डर पर सतर्क रहने का निर्देश दिया है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने की बात कही है. एसएसबी के इस पत्र के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है. भारत-नेपाल से सटी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. सभी बॉर्डर सीमा पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है. बेतिया एसपी और बगहा एसपी को पत्र लिख डीएम ने आदेश दिया है कि सभी बॉर्डर से सटे सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी जाये, ताकि बॉर्डर की तरफ से परिंदा भी पर ना मार पाये.