पश्चिमि चंपारण: बिहार का इकलौता वाल्मीकि टाईगर रिजर्व जंगल के अंतर्गत कक्ष संख्या एम-29 में तैनात वनकर्मियो के ऊपर अंतर्राष्ट्रीय तस्करों ने गोलिया चलाई है. इस दौरान किसी वन कर्मी के हताहत होने की खबर नहीं है. गोली चलने की सूचना पर वन विभाग सहित पुलिसकर्मियों में अफरातफरी मच गई.
तस्करों ने चलाई वनकर्मियों पर गोली
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में गश्त लगा रहे वनकर्मियों पर आधी रात को तस्करों ने गोलीबारी की है. वाल्मीकि नगर रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि घटना के फौरन बाद स्थानीय थाना प्रभारी अर्जुन कुमार से संपर्क किया. इसके बाद वनकर्मियो के साथ पुलिस के जवान प्रभारी के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाला.
नेपाल के रास्ते भाग निकले अपराधी
रेंजर ने बताया कि मध्यरात्रि 12 से 1 बजे के करीब अचानक विटीआर जंगल के एम-29 कक्ष संख्या स्थित वन पोस्ट पर गोलियां चलने लगी. इससे पोस्ट पर तैनात वनकर्मी अंधेरे में ही जान बचाकर भागने लगे. रेंजर ने आगे बताया कि इन अंतर्राष्ट्रीय वन तस्करों ने सम्भवतः अपने पकड़े गए साथियों और उनपर हुई कार्रवाई का बदला लेने की नीयत से ऐसी हरकते किए है. उन्होंने बताया कि अपराधी गोली चलाते हुए नदी के रास्ते वापस नेपाल की तरफ भाग निकले.
नाव से आए थे अपराधी
विटीआर जंगल चुलभट्टा एम-29 में घुसने से पहले गंडक नदी में मछली मार रहे मछुआरों को अपराधियों ने वहां से भाग जाने को कहा था. इस घटना की पुष्टि करते हुए वन क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि नेपाल से नदी के रास्ते नाव से आए वन अपराधियों ने वनकर्मियो पर गोलियां चलाई. इसमें वनकर्मी बाल-बाल बचे गए. वनकर्मियो के पास हथियार उपलब्ध न होने के कारण जवाबी कार्रवाई नहीं कर सके.
जांच में जुटे लोग
हेमंत राय ने बताया कि केंद्र सरकार से एसटीएफ स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के लिए एप्रूवल मिल गया है, जिसमें 90 हथियारबंद फोर्स होंगे. इसे 30-30 की संख्या में मदनपुर, गोवर्धनहा और वाल्मीकिनगर वनप्रमण्डल में तैनात किए जाएंगे. इस फोर्स में महिलाकर्मियों की भी संख्या होगी. क्षेत्र वन निदेशक ने बताया कि फॉरेस्ट गार्डों की बड़े पैमाने पर बहाली शीघ्र की जाएगी. वहीं स्थानीय पुलिस, एसटीएफ, एसएसबी और विनकर्मियो की टीमें घटनास्थल पर जांच पड़ताल कर रही है.