बगहा: बिहार के बगहा में आग से बड़े पैमाने पर गन्ने की फसल जलकर राख (Sugarcane crop destroyed Due to fire in Bagaha ) हो गई. नगर परिषद को ग्रामीण इलाकों के आसपास के क्षेत्र में डंपिंग यार्ड बनाना किसानों के लिए काफी भारी पड़ गया. दरअसल, शहर के बाहर डंपिंग यार्ड में फेंके गए कचरे में आग लग गई. इस आग से उठी चिंगारी एक किसान के गन्ने के खेत में चली गई. इससे पूरी की पूरी खेत जलकर राख हो गई. करीब पांच एकड़ में गन्ने की फसल लगी हुई थी.
ये भी पढ़ेंः बिहार के बेतिया में गन्ने की खेत लगी आग, 20 एकड़ में फसल बर्बाद, देखें VIDEO
फायर ब्रिगेड ने किसी तरह पाया आग पर काबूः किसान का कहना है की कचरे में आग लगाने की वजह से ही गन्ने खेत में आग लग गई. किसान के मुताबिक देखते ही देखते खेत में लगा करीब एक बीघा गन्ना जल कर राख हो गया. गन्ना जलता देख 112 नंबर की पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया. घटना छोटकीपट्टी बड़गांव निवासी रामकिशन यादव के गन्ना की खेत की है. रामकिशन यादव अपने दूसरे खेत में नए गन्ने का बीज डाल रहे थे. तब तक उनको सूचना मिली की उनके गन्ने की खेत में आग लग गई है.
किसान ने की मुआवजे की मांगः किसान के भतीजा दीपू कुमार यादव ने बताया कि आग नगर परिषद के कर्मियों के द्वारा आग लगाया गया है. इसके चलते मेरा गन्ना जल गया है. उसने कार्यपालक पदाधिकारी बगहा से मांग की है कि जले हुए गन्ने का मुआवजा दिया जाए. किसान ने बताया की उनके द्वारा यहां कचरा नहीं फेंका जाता तो आग नहीं लगती और न ही गन्ना जलता. इसके साथ ही दीपू कुमार यादव ने बताया कि चीनी मिल के द्वारा चालान पर्ची नहीं मिलने से किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं. दूसरी तरफ इस आग ने लाखों का नुकसान कर दिया.
"आग नगर परिषद के कर्मियों के द्वारा आग लगाया गया है. इसके चलते मेरा गन्ना जल गया है. कार्यपालक पदाधिकारी बगहा से मांग की है कि जले हुए गन्ने का मुआवजा दिया जाए. किसान ने बताया की उनके द्वारा यहां कचरा नहीं फेंका जाता तो आग नहीं लगती और न ही गन्ना जलता" - दीपू यादव, अग्निपीड़ित किसान