बेतिया: प्रदेश के लगभग आधे जिले बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है. जिले के लोग भी इससे काफी परेशान हैं. लेकिन प्रशासन बाढ़ की तैयारी को लेकर सुस्त है. जिले के किसान खेती करने के लिए जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर हैं.
मामला जिले के बगहा का है. गण्डक नदी में जलस्तर बढ़ने से यह पूरा इलाका जलमग्न हो चुका है. यहां के लोग पूरी तरह खेती पर ही आश्रित हैं. इस बरसात के मौसम में किसान खेती के लिए नदी पार कर जाते हैं. लेकिन सरकार ने इसको लेकर कोई व्यवस्था नहीं की है.
यहां हो सकता है कभी भी हादसा
किसानों का कहना है कि हम लोंगो का खेत दियारा इलाके में है. यह इलाका नदी के उस पार है. इसलिए प्रतिदिन नदी के पार जाना पड़ता है. हमलोग किसान समिति बनाकर नाव की व्यवस्था कर नदी के उस जाते हैं. नाव पर लोगों का ओवरलोड हो जाता है. इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन प्रशासन ने इसको लेकर कोई व्यवस्था तक नहीं की है.
हर साल होती है यहां कई दुर्घटनाएं
बता दें कि यहां हर साल कई नाव दुर्घटनाएं होती हैं. यहां किसी भी नाव का अनुबंध तक नहीं है. लेकिन किसानों के लिए यहां नाव संचालन करना मजबूरी है. बरसात के मौसम में हर साल गण्डक नदी का जलस्तर काफी बढ़ जाता है. लेकिन यहां किसानों के लिए सरकार ने नावों तक की व्यवस्था नहीं की है.