बेतिया: शहर के लालबजार का एक परिवार पश्चिमी अफ्रीका के आइवरी कोस्ट में फंस गया है. निशांत कुमार पोद्दार नामक व्यक्ति तीन महीने पहले परिवार के साथ यहां की राजधानी अबीजो जॉब करने के लिए पहुंचा था. लेकिन कुछ दिनों बाद इनके साथ ऐसी घटना हुई. जिसके बाद सभी वहां फंस गये हैं. ऐसी स्थिति में पूरा परिवार पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज को याद कर रहा है. साथ ही वहां से बाहर निकालने की गुहार लगा रहा है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर निशांत कुमार पोद्दार की पत्नी सोनल अपनी बच्ची के साथ मदद की गुहार लगा रही है. सोनल ने बताया कि उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि निशांत कुमार पोद्दार जिस कंपनी में काम करता था, उसका कैश उसके घर में रखा जाता था. बाद में कंपनी के लोग कैश ले जाते थे. लेकिन बीते 4 अगस्त को कैश नहीं ले जाया गया. दोनों पति-पत्नी बच्चे के साथ बाजार गए थे. इसी दौरान उनके घर में चोरी हो गई और सारे पैसे चोर लेकर रफूचक्कर हो गए.
सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार
पीड़ित परिवार ने जब मकान मालिक को इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने निशांत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इधर, मकान मालिक सोनल से डेढ़ करोड़ रुपये मांग रहा है. जिसके बाद सोनल ने सोशल मीडिया के माध्यम से भारत से मदद की गुहार लगाई है.
इनका क्या है कहना
सोनल ने बताया कि कोई उनकी मदद नहीं कर रहा है. पुलिस ने उन्हें भी जेल में बंद रखा था. उनके पति को मानसिक रूप से काफी टॉर्चर किया जा रहा है. जबरदस्ती गुनाह कुबूल कराने की कोशिश की जा रही है जो उन्होंने किया ही नहीं है. वहां के एम्बेसी से भी सोनल ने मदद मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. अब उनके पास पैसे भी नहीं हैं. बच्चे को खिलाने के लिए कुछ भी नहीं है. उनकी तबीयत भी खराब है. ऐसे में वह सुषमा स्वराज को बहुत याद कर रही है. सोनल का कहना है कि यदि आज सुषमा जी जिंदा होतीं तो उन्हें इस मुसीबत से तुरंत बाहर निकालती.
अब तक नहीं मिली मदद
वहीं, बेतिया के लालबाजार के रहने वाले निशांत कुमार पोद्दार के पिता प्रमोद पोद्दार ने बताया कि निशांत और बहू सोनल को बचाने के लिए उन्हें मदद की जरूरत है. उन्होंने केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक से मदद की गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है.