अररिया: जिले के सभी विभाग में कार्यरत कार्यपालक सहायक 15 मार्च को जिला समाहरणालय स्थित धरनास्थल पर एकजुट होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल और प्रदर्शन किया. ये कार्यपालक सहायक बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ, जिला इकाई अररिया के बैनर तले प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार से 8 सूत्री मांगों को पूरी करने की मांग की गई.
कार्यपालक सहायक के हड़ताल की वजह से जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंड और अनुमंडल, विशेषकर लोक और अनुमंडल सेवा का अधिकार और पंचायत कार्यालय सहित अन्य विभाग का कार्य पूर्ण रूप से बंद रहा.
“जब तक हमारी 8 सूत्री मांग सरकार नहीं मानेगी तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगा. 10 सालों से अधिक समय से कार्य कर रहे कार्यपालक सहायकों को सरकार की ओर से बेल्ट्रॉन को बेचने की साजिश की जा रही है. हमें नियमत नहीं करके संविदा कर्मी से आउट सोर्सिंग करने का प्रयास किया जा रहा है.”- मनीष ठाकुर, जिलाध्यक्ष
हड़ताल जारी रखने की चेतावनी
इसके अलावा मनीष ठाकुर ने कहा कि 5 साल तक उच्चस्तरीय अशोक चौधरी कमिटी में प्रस्तावित प्रावधानों को अनदेखा कर निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है. जब तक उच्चस्तरीय कमिटी की अनुसंशा को शत प्रतिशत लागू नहीं किया जाता और हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगा.
'आउट सोर्सिंग कर्मी को लगाया जा रहा काम पर'
इस मौके पर मीडिया प्रभारी आदित्य प्रियदर्शी ने बताया कि सरकार की ओर से नवनियुक्त कार्यपालक सहायकों का जिलाधिकारी ने दक्षता परीक्षा लिया. फिर भी इन सभी लोगों को बेल्ट्रॉन की ओर से आयोजित दक्षता परीक्षा में फिर से बैठने के लिए मजबूर किया जा रहा है. स्वास्थ विभाग में कार्यरत कार्यपालक सहायकों को हटाकर उसके स्थान पर आउट सोर्सिंग कर्मी को लगाया जा रहा है.
458 कार्यपालक सहायक कार्यरत
बता दें कि जिले में इस वक्त 458 कार्यपालक सहायक कई कार्यालयों में कार्यरत हैं. वहीं, धरनास्थल पर अमरेन्द्र कुमार, कुसुम, आलोक कुमार, राजा रजक, दीपक, सुभम, अशोक, निधि कुमारी, वर्षा रानी, नेहा, प्रियंका सहित सैकड़ों कार्यपालक सहायक मौजूद रहे.