बगहा: बिहार के बगहा एक परिवार ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में युवक की जिंदगी खतरे में डाल दी. सांप डसने के बाद इलाज कराने की बजाय परिजन तांत्रिक से झाड़-फूंक कराते रहे. जब तांत्रिक ने युवक को मरा बता दिया तो परिजन युवक के जिंदा होने की आस छोड़ चुके थे. बगहा अनुमंडल अस्पताल डॉक्टरों ने घंटे भर की इलाज के बाद उसे नई जिंदगी दी.
ये भी पढ़ेंं: Bihar News: सांप डसने से युवक की मौत, जिंदा करने के लिए पहले झाड़फूंक किया फिर नदी में बहाया
बगहा में झाड़ फूंक के बाद डॉक्टरों ने बचाया: दरअसल, बगहा के पंचगवा निवासी ब्रजेश महतो के 14 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार को 9 जुलाई की रात्रि में सांप ने डस लिया था. जिसके बाद परिजन उसे रतन पुरवा मिशन लेकर गए. वहां युवक की स्थिति नहीं सुधरी तो परिजनों ने झाड़ फूंक का सहारा लिया. इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे लेकर होमियोपैथी अस्पताल वन विकास भारती में ले जाकर भर्ती कराया, लेकिन यहां भी चिकित्सक लाचार दिखे. आनन फानन में सोमवार की देर शाम परिजन युवक को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों कुछ घंटे की इलाज के बाद उसमे जान फूंक दी.
'हमने तो आस ही छोड़ दी थी': युवक अपने होश-ओ-हवाश में वापस लौट आया. युवक के शरीर में हलचल देखने के बाद परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा. सोनू के पिता ब्रजेश कुमार ने अनुमंडलीय अस्पताल चिकित्सकों का धन्यवाद देते हुए कहा की मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा की मेरा पुत्र ठीक हो गया. हमने तो आस ही छोड़ दी थी.
"जिस वक्त युवक को लाया गया उस वक्त उसकी स्थिति नाजुक थी. क्योंकि परिजन झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ गए थे. लेकिन डॉ. एसपी अग्रवाल के साथ मैं स्वयं काफी मेहनत की. सहयोगी डॉक्टरों ने मिलकर युवक का पूरी तन्मयता से इलाज किया. इलाज से युवक पूरी तरह ठीक है. उसे घर भेज दिया गया है." - केबीएन सिंह, उपाधीक्षक, अनुमंडलीय अस्पताल बगहा