बेतिया: इन दिनों कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. कोविड से हो रहे मौत के बाद मृतकों को कोई छू भी नहीं रहा है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला जिले में. जहां कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद डेड बॉडी को जब अस्पताल की किसी भी कर्मचारी ने नहीं छुआ तो बेटी ने खुद अपने पिता के शव पैक किया. बता दें कि मृतक का 9 दिनों से जीएमसीएच बेतिया में इलाज चल रहा था.
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9 दिनों से चल रहा था इलाज
मुफस्सिल थाना क्षेत्र मनसा टोला निवासी फखरुल जमा कोरोना संक्रमित थे. जिनका इलाज 9 दिनों से बेतिया जीएमसीएच अस्पताल में चल रहा था. आज सुबह उनकी मौत हो गई. जिसके बाद उनकी डेड बॉडी को अस्पताल के किसी भी कर्मचारी ने छूने की जहमत नहीं उठाई. परिवार के लोग कई घंटों तक डेड बॉडी ले जाने के लिए अस्पताल का चक्कर लगाते रहे. लेकिन जब किसी ने डेड बॉडी को नहीं छुआ तो बेटी ने खुद पीपीई किट पहनकर अपने पिता के लाश को पैक किया.
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200 से ज्यादा लोगों की मौत
बता दें कि बेतिया में कोरोना का संक्रमण थम नहीं रहा है. जिले में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. जीएमसीएच में मीडिया के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. अस्पताल के उपाधीक्षक श्रीकांत दुबे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पत्रकारों के प्रवेश पर जीएमसीएच में रोक लगी है.