बगहा: बिहार के बगहा जिले में एक बार फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है. बगहा जिले में इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि मरीज को समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाया गया, अगर समय पर एंबुलेंस मिलता तो उसकी जान बच सकती थी. इस बात को अस्पताल के डॉक्टर ने भी स्वीकार किया है. घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मचा है. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. मामला नगर थाना क्षेत्र का है. मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के छोटकीपट्टी निवासी जगत साह (45) के रूप में की गई है.
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बगहा में इलाज के दौरान मरीज की मौत : घटना को लेकर परिजन सुरेश साह ने बताया कि ''सोमवार सुबह जगत साह (45) को तेज बुखार और पैरालिसिस अटैक आया था, जिसके बाद हमने उसे गंभीर हालत में अनुमण्डल अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां काफी समय तक कोई देखने तक नहीं आया था. वहीं, बाद में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जब देखने आए तो उन्होंने क्रिटिकल हालत देख कर रेफर करने की बात कही. वहीं, घंटे भर रखने के बाद उसे रेफर कर दिया गया.''
तड़पता रहा मरीज, नहीं मिली एंबुलेंस : बताया जाता है कि इस दौरान मरीज तीन घंटे तक अनुमंडल अस्पताल में तड़पता रहा. रेफर किए जाने के बाद भी अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस मुहैया नहीं करवाया गया. इस दौरान जगत साह की हालत और बिगड़ गई और अस्पताल के बेड पर ही तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई.
क्या बोले डॉक्टर : इस मामले में SDH के चिकित्सा पदाधिकारी विद्यानंद पाल ने पुष्टि करते हुए स्वीकार किया कि ''गम्भीर स्थिति के कारण मरीज को दवा देकर बेहतर इलाज के लिए GMCH रेफर कर दिया गया. लेकिन अस्पताल में एम्बुलेंस नहीं रहने की वजह से उसकी मौत हो गई है.''
कब सुधरेगी व्यवस्था? : बता दें कि बगहा अनुमण्डल अस्पताल में एम्बुलेंस के अभाव में मरीज़ की मौत हुई है. यह कोई पहली घटना नहीं है. यहां कई बार मरीज़ बेमौत मर चुके हैं. अभी हाल ही के दिनों में एक मरीज़ व शिशु की एम्बुलेंस के अभाव मौत हुई थी. बावजूद इसके व्यवस्था सुधारने का नाम नहीं ले रही हैं.