पश्चिम चंपारण(बेतिया): माले नेताओ ने सीएम का पुतला फूंक जमकर नारेबाजी की. माले नेता पुलिस सशस्त्र विधेयक का विरोध कर रहे थे. साथ ही बिहार विधानसभा की घटना की निंदा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को बर्बर तरीके से बलपूर्वक मारा-पीटा गया है. और महिला विधायकों के साथ दुर्व्यवहार लोकतंत्र को शर्मशार करने वाली घटना है.
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माले ने फूंका सीएम का पुतला
माले नेताओं ने बिहार पुलिस सशस्त्र विधेयक के खिलाफ धिक्कार दिवस मनाया और विरोध मार्च निकाला. शहीद भगत सिंह चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. माले नेताओं ने कहा कि कुर्सी कुमार की सरकार सत्ता के नशे में बलपूर्वक लोकतंत्र की हत्या कर रही है.
'विस. की घटना ने देश को शर्मसार करने वाली'
माले नेता मुख्तार मियां ने कहा कि "विधानसभा की घटना ने देश को शर्मसार कर दिया है. जब जनप्रतिनिधियों को बुरे तरीके से मारा-पीटा जा रहा है तो उम्मीद किया जा सकता है कि आम जनता के साथ प्रशासन किस हद तक जा सकती है. विधानसभा के अंदर विधायकों के साथ मार-पीट और विधानसभा के बाहर छात्र-नौजवानों पर रोजगार के नाम पर डंडों की बरसात हो रही है."