बेतिया: बिहार में कोरोना सैंपल जांच में अनियमितता की कई शिकायतें सामने आ रही हैं. कभी जांच रिपोर्ट आने में 2 से 3 दिन का समय लग जा रहा है तो कभी मरीज की मौत के बाद रिपोर्ट आती है. अब बिना जांच किए ही मरीजों का रिपोर्ट दे दिया जा रहा है.
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ताजा मामला पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 19 का है. प्रकाश कुमार गुप्ता ने कोरोना की जांच नहीं कराई थी, लेकिन बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें 23 मई कि सुबह एक मैसेज आया. मैसेज में लिखा था कि 19 मई को कोरोना जांच में लिए गए सैम्पल में आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. रिपोर्ट को मोबाइल पर प्राप्त करने के बाद प्रकाश गुप्ता हैरत में पड़ गए.
नहीं कराई जांच, आया रिपोर्ट
"मैंने कहीं भी कोरोना जांच नहीं कराई तो रिपोर्ट कैसे आ गया. एक माह पहले मैंने कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया था. उसका रिपोर्ट उसी समय मुझे मिल गया था, लेकिन फिर मुझे मैसेज आया है कि आपने 19 मई को कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया, जिसका रिपोर्ट नेगेटिव है. 19 मई को न मैं अस्पताल गया और न सैंपल दिया फिर रिपोर्ट कैसे आ सकता है."- प्रकाश कुमार गुप्ता
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