बगहा: पश्चिम चंपारण जिले के वीटीआर में मिलने वाले जीव अक्सर लोगों को चौंका देते हैं. इस बार वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) के हर्नाटांड़ के काला बैरिया में एक अजीब तितली देखने को मिली है. रविवार की रात्रि यह तितली गांव के एक बल्ब के पास आकर बैठ गई. पहले तो लोग इसे सांप समझ रहे थे, लेकिन जब पास से देखने लगे तो इसका रंग रूप और आकार बिल्कुल अलग दिखा. लोग इसे वन देवी का अवतार मानकर घी के दिए जला दिए तो कुछ लोग अगरबत्ती जलाकर पूजा-पाठ करने लगे.
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बगहा में मिला दुर्लभ प्रजाति का कीड़ा: एटलस मॉथ (Atlas moth Insects) सबसे बड़े कीटों में से एक है. जब इसको खतरा महसूस होता है तो शिकारियों को डराने के लिए यह सांप के सिर की तरह दिखने वाले पंख फड़फड़ाता है. इस प्रकार इस के पंख को देखकर शिकारी भाग जाते हैं. सांप जैसा पंख देखकर ही आदिवासी ग्रामीण इसकी पूजा करने लगे.
"यह दुर्लभ प्रजाति का एक कीड़ा है. इससे पहले यह झारखंड के पलामू में मिला था. इसे एटलस मॉथ कहते हैं. जिसका साइंटिफिक नाम अट्टाकस एटलस है. यह दुनिया में पाये जाने वाले पतंगों में सबसे बड़ा है."- सुब्रत बहेरा, अधिकारी, वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया
बल्ब की रोशनी पर आकर्षित होता है एटलस मॉथ: तितली की तरह दिखने वाला यह कीट असल में बहुत दुर्लभ है और दिन के समय यह शायद ही कभी दिखाई देता है. यह रात में निकलने वाला कीट है, जो बल्ब के प्रकाश पर ज्यादा आकर्षित होता है. यही वजह है कि यह तितली जैसा दिखने वाला कीड़ा बल्ब पर जाकर बैठ गया. अंधेरे में उड़ने वाला एटलस मॉथ रात में किसी बल्ब को देखकर रुक जाता है और कई दिनों तक वहीं बैठा रहता है.
कहां पाई जाती है एटलस मॉथ: एटलस मॉथ भारत के अलावा अफ्रीका, स्पेन, जापान, चीन, मलेशिया, अमेरिका आदि देशों में पाई जाती है. सभी देशों में इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है. उदाहरण के लिए अफ्रीका में इसे अफ्रीकन मून मॉथ के नाम से जाना जाता है. वहीं, स्पेन में इसे स्पेनिश मून मॉथ आदि के नाम से जाना जाता है. एटलस मॉथ अपने पंख को 24 सेमी तक फैला सकता है, जबकि इंडियन लूना मॉथ अपने पंख का फैलाव 12 से 17 सेमी तक करता है.
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