बेतिया: डमरापुर और चौहट्टा पंचायत को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली लौकर गांव के पास वर्षों से ध्वस्त पड़ी पुलिया स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है. पुलिया के बगल से होकर गुजरने वाले रास्ते पर बरसात का पानी जमा हो जाने से उक्त रास्ते पर अनगिनत बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं.
लोगों को हो रही परेशानी
इसके कारण उस रास्ते से आने-जाने वालें लोगों को परेशानी हो रही है. पानी के अंदर हुए गड्ढे दिखायी नहीं देने के कारण कभी-कभी वाहन से जा रहे लोग इसमें गिर जाते हैं. जिसके कारण कई लोग घायल हो जा रहे हैं.
बाढ़ से ध्वस्त हुआ पुल
चौहट्टा पंचायत के सरपंच विकास कुशवाहा, ग्रामीण राजेन्द्र उरांव और आशा दिसवा ने बताया कि 2017 में आई बाढ़ से प्रखंड और अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ने वाला यह पुलिया पुर्ण रूप से ध्वस्त हो गया था. लगातार तीन वर्षों से लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है.
अधिकारियों को दिया गया आवेदन
पुलिया के निर्माण के लिए दर्जनों बार आला अधिकारियों के पास आवेदन किया गया. वहीं जनप्रतिनिधियों को स्थल पर बुला कर ध्वस्त पुलिया की वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया. लेकिन पुलिया निर्माण कराने के लिए किसी ने रूचि नहीं दिखायी. यहां तक कि इसी रास्ते से दो पंचायत चौहट्टा, डमरापुर और मानपुर थाना का आवागमन होता रहता है. लेकिन ध्वस्त पुलिया के निर्माण में किसी ने कोई पहल नहीं की है.
क्या कहते हैं सरपंच
सरपंच ने बताया कि पुलिया निर्माण हो जाने से आवागमन फिर से बहाल हो जाएगा. पुलिया के बगल में बने गड्ढे के कारण लोग दो के बजाय दस किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर बाजार करने ब्रिंची बाजार पहुंच रहे हैं.
किसान बनवारी लाल चौधरी, फैयाज मियां, ठग उरांव, हरीनद्र उरांव, ठेपई उरांव और मुंशी उरांव ने बताया कि खाद्द लेकर आने के समय कई बार पानी के गड्ढे में गिरने से खाद्द नष्ट हो गया है.