बेतिया: पूरे देश में लगे लॉक डाउन की वजह से कई लोग फंसे हुए है. कई जगहों पर प्रशासन सख्ती से लॉक डाउन के नियमों का पालन करा रही है. यातायात के सभी साधन बंद होने से लोग परेशान है. वहीं कई जगहों पर प्रशासन द्वारा किए जा रहे मानवीय कार्यों कि सराहना की जा रही है. वहीं जिला प्रशासन लॉक डाउन में फंसे लोगों की मदद कर मिसाल कायम कर रही है.
बेतिया निवासी युवक अमरेश कुमार दिल्ली के एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है. लॉकडाउन की वजह से अमरेश दिल्ली में फंसे हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगायी कि मेरी पत्नी बेतिया में हैं और वह गर्भवती है. घर आने के लिए उन्होंने रेलवे टिकट भी लिया था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह बेतिया आने में असमर्थ है. उन्होंने बताया कि पूर्व में किन्ही कारणों से वह अपनी एक बच्ची को खो चुके हैं. पत्नी की मदद करने, हॉस्पिटल ले जाने, दवा आदि की व्यवस्था करने वाला कोई भी नहीं हैं. इसलिए वह बेतिया आना चाहते हैं.
प्रशासन ने की मदद
जिला प्रशासन ने इसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए गुहार लगाने वाले युवक अमरेश को बेतिया लाने हेतु एक वाहन पास निर्गत कर दिया है. प्रशासन द्वारा इनके लिए वाहन की व्यवस्था की गई है. ताकि युवक घर आकर अपनी पत्नी एवं घरवालों से मिल पाए. अमरेश ने कहा कि जिला प्रशासन के इस सहयोग का वह जिंदगी भर आभारी रहेगा. इस काम के लिए उसने जिला प्रशासन को धन्यवाद और शुभकानाएं दी.
जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद
इसी तरह एक अन्य मामले में आईटीआई, बेतिया निवासी रिपुसुदन मिश्रा की पत्नी के इलाज में जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया गया. रिपुसुदन मिश्रा ने बताया कि उनकी पत्नी का इलाज एम्स, दिल्ली में चल रहा है. 1 अप्रैल को एम्स के डॉक्टर ने आवश्यक जांच एवं दवाई के लिए बुलाया था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी टिकट कैसिंल हो गई. विवश होकर उन्होंने जिला प्रशासन से मदद मांगी. जिला प्रशासन द्वारा उन्हें एवं उनकी पत्नी के इलाज के लिए वाहन का पास बनवाकर दिया गया. जिससे वे नियत तारीख को एम्स, दिल्ली जाकर अपनी पत्नी का इलाज करवा पाएं. उन्होंने भी जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है.
फंसे लोगों की मदद के लिए तत्पर है प्रशासन
बेतिया जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा है कि अमरेश जैसे अन्य कई युवकों को बाहर से लाने हेतु आवश्यक कार्रवाई की गयी है. पश्चिम चम्पारण जिले के निवासी जो बाहर फंसे हैं तथा बाहर के निवासी जो पश्चिम चम्पारण जिले में फंसे हैं, उनको किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जायेगी. उनका हरसंभव सहयोग किया जाएगा.