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बेतिया: बाढ़ और बारिश के कारण 500 एकड़ में लगी केले की फसल बर्बाद

राज्य में बाढ़ और रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण कई फसल बर्बाद हो रहे हैं. इस कारण किसान काफी परेशान हैं. फसल बर्बाद होने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.

बेतिया
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Published : Jul 26, 2020, 4:43 PM IST

Updated : Jul 30, 2020, 9:52 PM IST

बेतिया (वाल्मीकि नगर): वाल्मीकि नगर विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो सप्ताह से बाढ़ और बरसात के कारण किसानों को काफी क्षति हुई है, जो आने वाले कई वर्षों तक पूरी नहीं हो सकती. इसको लेकर किसान वर्ग काफी चिंतित हैं. बच्चों की पढ़ाई, शादी विवाह के सपने सजाए किसानों ने काफी मेहनत कर फसल उगाई थी, जो बाढ़ और बारिश के कारण बर्बाद हो गई. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है.

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केले की फसर बर्बाद

500 एकड़ फसल बर्बाद
किसान दिनेश पांडेय, कैलाश कुशवाहा, शीतल प्रसाद, शेषनाथ मद्देशिया आदि ने बताया कि पिपरासी प्रखंड के श्रीपतनगर, नयाटोला भैसाहिया, बैलट गांव, कतकी, गोबरहिया, सिसकारी, सितुहिया आदि गांव के लगभग 500 एकड़ में लगे केले की फसल बर्बाद हो गई है. वर्तमान में केले की फसल 40 से 60 प्रतिशत तैयार हो गई थी, जो कृष्ण जन्माष्टमी से दशहरा और छठ पर्व तक कट जाती. इसमें किसानों को काफी लाभ होता. लेकिन, फसल बर्बाद होने से उन्हें 50 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है.

देखें पूरी रिपोर्ट

फसल का सर्वे कर मिलेगा मुआवजा
वहीं, इस बारे में कृषि पदाधिकारी संजय कुमार शर्मा ने बताया कि बाढ़ समाप्त होने के तुरंत बाद कृषि कर्मियों से फसलों का सर्वे कराया जाएगा. इसके बाद किसानों को फसल अनुसार तय क्षतिपूर्ति के रूप में अनुदान दिया जाएगा.

बेतिया (वाल्मीकि नगर): वाल्मीकि नगर विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो सप्ताह से बाढ़ और बरसात के कारण किसानों को काफी क्षति हुई है, जो आने वाले कई वर्षों तक पूरी नहीं हो सकती. इसको लेकर किसान वर्ग काफी चिंतित हैं. बच्चों की पढ़ाई, शादी विवाह के सपने सजाए किसानों ने काफी मेहनत कर फसल उगाई थी, जो बाढ़ और बारिश के कारण बर्बाद हो गई. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है.

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केले की फसर बर्बाद

500 एकड़ फसल बर्बाद
किसान दिनेश पांडेय, कैलाश कुशवाहा, शीतल प्रसाद, शेषनाथ मद्देशिया आदि ने बताया कि पिपरासी प्रखंड के श्रीपतनगर, नयाटोला भैसाहिया, बैलट गांव, कतकी, गोबरहिया, सिसकारी, सितुहिया आदि गांव के लगभग 500 एकड़ में लगे केले की फसल बर्बाद हो गई है. वर्तमान में केले की फसल 40 से 60 प्रतिशत तैयार हो गई थी, जो कृष्ण जन्माष्टमी से दशहरा और छठ पर्व तक कट जाती. इसमें किसानों को काफी लाभ होता. लेकिन, फसल बर्बाद होने से उन्हें 50 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है.

देखें पूरी रिपोर्ट

फसल का सर्वे कर मिलेगा मुआवजा
वहीं, इस बारे में कृषि पदाधिकारी संजय कुमार शर्मा ने बताया कि बाढ़ समाप्त होने के तुरंत बाद कृषि कर्मियों से फसलों का सर्वे कराया जाएगा. इसके बाद किसानों को फसल अनुसार तय क्षतिपूर्ति के रूप में अनुदान दिया जाएगा.

Last Updated : Jul 30, 2020, 9:52 PM IST
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