पश्चिमी चंपारण: बिहार के पश्चिमी चंपारण में शेल्टर होम पर अमर्यादित टिप्पणी (Indecent comment on shelter home in West Champaran) करना बैरिया थानाध्यक्ष दुष्यंत कुमार को भारी पड़ गया. शेल्टर होम पर टिप्पणी करने का उनका ऑडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने उनको निलंबित (SP Suspended Bairia SHO Dushyant Kumar) कर दिया. एसपी का कहना है कि संबंधित थानाध्यक्ष ने अमर्यादित टिप्पणी की थी. इसलिए उन पर कार्रवाई की गयी है.
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बैरिया थानाध्यक्ष ने कहा था शेल्टर होम में लड़कियों का होता है शोषण: बैरिया थानाध्यक्ष दुष्यंत कुमार ने कुछ दिन पहले एक पीड़ित नाबालिग के परिजनों को शेल्टर होम में लड़की को नहीं भेजने की नसीहत दे रहे थे. उन्होंने कहा था कि बालिका सुधार गृह यानी शेल्टर होम में लड़कियों का शोषण होता है. शाम होते ही बड़ी-बड़ी गाड़ियां शेल्टर होम के बाहर आती हैं और लड़कियों को अपने साथ बाहर लेकर जाती हैं. इसलिए लड़कियों को शेल्टर होम में नहीं रखना चाहिए. शेल्टर होम की लड़कियों के साथ कोई शादी भी नहीं (Controversial audio of Bairia SHO Dushyant Kumar) करता. थानाध्यक्ष के इस बयान का ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. जिसके बाद एसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए बैरिया थानाध्यक्ष दुष्यंत कुमार को निलंबित (Bairia SHO Dushyant Kumar suspended) कर दिया.
एसपी के निर्देश पर नाबालिग लड़की के अपहरण का दर्ज हुआ था केस: बता दें की बैरिया थाना क्षेत्र के एक गांव से 23 मार्च को एक नाबालिग लड़की का अपहरण हुआ था. अपहरण का आरोप बैरिया थाने के चौकीदार शम्भू साह के पुत्र सुधीर पर लगा था. इस मामले में परिजनों के आवेदन देने के बावजूद पुलिस आनाकानी करती रही और केस नहीं दर्ज की. इसके बाद पीड़ित परिवार ने एसपी से गुहार लगायी. तब जाकर इस मामले में केस दर्ज हुआ.
लड़की के घरवालों को डराने का प्रयास: इसके बाद पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया और न्यायालय में उसका बयान भी करवाया. पीड़ित परिजन लड़की को अपने साथ नहीं ले जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उसे घर ले जाने के लिए परिजनों पर दबाव बनाने लगे. इस दौरान बैरिया थानाध्यक्ष दुष्यंत कुमार ने पीड़ित परिवार से कहा कि चौकीदार के पुत्र पर आरोप है इसलिए वह चौकीदार का ही पक्ष लेंगे. इतना ही नहीं थानाध्यक्ष ने शेल्टर होम की हकीकत बताकर लड़की के घरवालों को डराने का भी प्रयास किया. जिसका ऑडियो रिकॉर्ड कर पीड़ित परिजनों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
''एक केस के सिलसिले में बैरिया थानाध्यक्ष के द्वारा एक अमर्यादित टिप्पणी की गयी थी. उसकी इन्क्वारी एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में करायी गयी. प्रथम दृष्टया यह मामला अनुशासनहीनता और लापरवाही का पाया गया. इसलिए मेरे द्वारा बैरिया थानाध्यक्ष को निंलबित कर दिया गया.'' -उपेंद्रनाथ वर्मा, पुलिस अधीक्षक
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