बेतिया: कोरोना काल और लाकडाउन में सड़कों से लेकर गलियों तक पुलिस का पहरा है. बेवक्त और बेवजह बाहर घूमने वालों को कभी फटकार तो कभी डंडे के बल पर अंदर करना पड़ा. लेकिन इस बुरे दौर ने खाकी के मानवीय चेहरे से भी लोगों को रूबरू करवाया. ऐसा ही मानवीय चेहरा नरकटियागंज के शिकारपुर थाने में तैनात एएसआई मीना कुमारी का देखने को मिला.
एएसआई मीना कुमारी एक तरफ जहां कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों से मास्क और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों से सख्त से निपटती नजर आ रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ लाचार और परेशान लोगों की मदद कर मानवीय संवेदना की मिसाल भी पेश कर रही हैं. जिसकी चर्चा बेतिया जिले में हर जगह हो रही हैं.
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दरअसल, एएसआई मीना कुमारी गश्ती के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर सख्ती बरतते अनुमंडल अस्पताल पहुंची. जहां एक महिला बिना मास्क कुर्सी पर बैठी थी. मीना कुमारी ने मास्क लगाने को कहा तो वृद्ध ने बताया कि सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है. पानी पीने की इच्छा और भूख महसूस हो रही है. इसके बाद मीना कुमारी ने बाहर दुकान से पानी की बोतल और बिस्किट लेकर आई और स्वयं महिला को खिलाया. उसके बाद मीना कुमारी ने सहारा देकर वृद्ध महिला को बेड तक पहुंचा दिया. उन्होंने वहां मौजूद अस्पताल के कर्मचारियों से महिला का समुचित इलाज करने के लिए कहा.
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एएसआई मीना कुमारी ने कहा कि सेवा ही धर्म है. मैं बचपन से सेवा ही करती आ रही हूं. पहले सेवा फिर ड्यूटी. जहां बिहार में कई जगह पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ एएसआई मीना कुमारी का मानवीय तस्वीरों को लेकर पूरे शहर में चर्चा हो रही है.