नालंदा: बिहार के नालंदा में ठंड का सीतम जारी है. जिससे जन जीवन बूरी तरह प्रभावित हो गया है. अब यहां सड़कों पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग चुका है. ठंड का आलम यह है कि रोजमर्रा की जिंदगी गुजारने वाले तिहाड़ी मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में चौक-चौराहों पर भटक रहे हैं. वो आसपास से लकड़ी चुनकर आग ताप कर किसी तरह से रोजगार मिलने के अवसर तलाश रहे हैं.
नालंदा में कोहरे का सीतम: वहीं जो सड़क किनारे सब्जी बेच रहे हैं, उनका मानना है कि जिला प्रशासन की ओर से ठंड को लेकर चौक-चौराहे पर जो अलाव की व्यवस्था की गई है, वह सिर्फ दिखावा है. कहीं भी चौक चौराहे पर लकड़ी नहीं रखी गई है. वहीं कोहरा इतना जबरदस्त है कि 10 मीटर की दूरी वाले लोग या कोई वाहन तक नहीं दिखाई दे रहे है. ऐसे में लोगों से प्रशासन की अपील है कि बहुत जरूरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें.
"ठंड काफी बढ़ गई है और कोहरा भी बहुत ज्यादा है. सरकार की ओर से कहा जा रहा है की अलाव की व्यवस्था की गई है लेकिन ऐसा कुछ नहीं देखने को मिल रहा है. 10 मीटर की दूरी वाले लोग या कोई वाहन तक नहीं दिखाई दे रहे हैं."-स्थानीय
तापमान में आई भारी गिरावट: बता दें कि अभी शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों की छुट्टी के लिए कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है. जिले में शाम 4 बजे के बाद से तापमान 6℃ तक पहुंच जाता है और दिन में 10 बजे के बाद अधिकतम तापमान 18℃ तक ही रहता है. फिलहाल मकर संक्रांति तक लोगों को ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. जिले में अब तक 4 लोगों की ठंड से मौत होने की बात सामने आ रही है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
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