बगहा: जिले के बगहा प्रखंड एक स्थित नदवा गांव की एक महिला ने हाल ही में हुए आंगनबाड़ी बहाली में अनियमितता और धांधली बरतने की बाल कल्याण विकास विभाग में शिकायत की है. हालांकि, मामले में सीडीपीओ ने आंगनबाड़ी बहाली प्रक्रिया में अनियमितता बरतने के आरोप को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि मापदंड के मुताबिक ही बहाली हुई है.
बहाली में लगाया धांधली का आरोप
बगहा प्रखंड स्थित नदवा गांव के वार्ड संख्या 11 की रहने वाली एक महिला ने हाल में हुए आंगनबाड़ी सेविका की बहाली में अनियमितता और धांधली बरतने का आरोप लगाया है. जिला प्रशासन और सीडीपीओ को दिए शिकायती आवेदन में पीड़िता नंदिता देवी ने बताया कि वार्ड संख्या 12 में पिछड़े वर्ग की वैकेंसी रिक्त थी. लेकिन किसी भी अभ्यर्थी ने आवेदन नहीं दिया. ऐसे में मापदंड के मुताबिक किसी जनरल वर्ग के अभ्यर्थी का चयन होना था, जो कि नहीं किया गया.
'दूसरे वार्ड के पिछड़े वर्ग से की गई बहाली'
महिला ने आरोप लगाया कि वार्ड संख्या-12 से किसी पिछड़े वर्ग से आवेदन नहीं आया, तब नियमानुसार जनरल वर्ग से रिक्त पदों पर बहाली होनी चाहिए थी. लेकिन विभाग ने वार्ड संख्या 11 से पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थी का चयन सेविका के पद पर किया गया. जबकि उसने पूर्व में आवेदन भी नहीं दिया था. महिला का कहना है कि इस मामले की शिकायत उसने सीडीपीओ से लेकर जिला प्रशासन तक किया है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला.
सीडीपीओ ने आरोपों को नकारा
पूरे मामले में बगहा प्रखंड एक के सीडीपीओ अरुणा कुमारी का कहना है कि कागजातों के मुताबिक सभी मापदंडों को ध्यान में रख कर ही बहाली की गई है. वहीं, विभाग का कहना है कि जिस महिला की बहाली हुई है. उसका निवास भले ही वार्ड संख्या 11 में हो. लेकिन मतदाता सूची में उसका नाम वार्ड संख्या 12 में ही है. इसलिए चयन में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं बरती गई है और पूरे पारदर्शिता के साथ रिक्त पदों की बहाली हुई है.