पटना: मकर संक्रांति का त्योहार को लेकर बिहार के लोग अभी से ही इस पर्व की तैयारियां कर रहे हैं. इस पर्व में खान-पान का विशेष महत्व है. खासकर दूध और दही की विशेष खपत होती है. ऐसे में बिहार की सबसे बड़ी फुलवारीशरीफ सुधा डेयरी ने दही एक्सप्रेस चलाने की तैयारी है.
मकर संक्रांति पर सुधा डेयरी की तगड़ी व्यवस्था: सुधा डेयरी ने मकर सक्रांति के पूर्व से ही इसकी अपनी स्टॉक बढ़ा दी है. डेयरी के एमडी रूपेश राज की मानें तो इस बार भी बिहार में ग्राहकों को दूध के साथ दही की कोई किल्लत नहीं होने दी जाएगी. इस बार पटना डेयरी प्रोजेक्ट ने मकर संक्राति के लिये 35 लाख लीटर दूध की बिक्री का लक्ष्य रखा है. पिछले साल सिर्फ 31 लाख लीटर दूध की खपत मकर संक्रांति के समय में हुई थी.
35 लाख लीटर दूध बेचने का लक्ष्य: खपत को देखत हुए इस बार वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ से सम्बद्ध पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा डेयरी ने इस बार बजार में 35 लाख लीटर दूध और 9 टन दही, 18 टन सुधा का स्पेशल तिलकुट एवं पर्याप्त मात्रा में पनीर पेड़ा व अन्य सामग्री भी उपलब्ध रहेगा. 10से 14 जनवरी तक दही एक्सप्रेस चलेगी. वहीं 18 जनवरी दही खाओ इनाम पाओ प्रतियोगिता का आयोजन होगा.
डेनमार्क से मंगवाया गया स्पेशल दही: सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक रूपेश राज ने बताया कि मकर संक्रांति पर दही चूड़ा के शौकीन लोगों के लिए सुधा डेयरी ने पर्याप्त मात्रा में दूध दही तिलकुट व अन्य सामग्रियों की आपूर्ति सुनिश्चित करके ग्राहकों के लिए तगड़ा व्यवस्था किया है. हर वर्ष की तरह इस बार भी दही जमाने के लिए डेनमार्क से मंगवाया गया स्पेशल जोरन से ही दही जमाया गया है.
यहां मिलेगा दूध और दही: उन्होंने बताया कि दिन रात सुधा डेयरी के अधिकारी कर्मचारी कामगार मजदूर पैकेजिंग करने में लगे हुए. इसके अलावा राजधानी में छह स्थानों पर रोड मिल्क टैंकरों के जरिये विशेष काउंटरों से दही और दूध को उपलब्ध कराया गया है. जिनमे बोरिंग रोड चौराहा, राजवंशी नगर, हनुमान मंदिर के पास, जगदेव पथ गोलंबर, पीरबहोर थाना के पास, गाय घाट पुल के पास और दिनकर गोलंबर शामिल हैं.
"मकर संक्रांति के मौके पर दूध दही व अन्य दुग्ध उत्पादों की कमी नही होने दी जाएगी. 10 से 14 जनवरी तक सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक दही एक्सप्रेस चलाया जाएगा. जिससे शहर में ग्राहकों को दूध व दही की कमी नहीं रहेगा. ग्राहकों की सुविधा के लिए आठ उड़नदस्ते का गठन किया गया है जो क्षेत्र में दुग्ध उत्पादों को ग्राहकों को मुहैया कराने में सहायक होंगे." -रूपेश राज, एमडी, सुधा डेयरी फुलवारीशरीफ
प्रोडक्ट को उड़न दस्ता करेगा सप्लाई: पटना के फुलवारीशरीफ में मकरसक्रांति को लेकर पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा ने किसी तरह कि कमी ना होने इसकों लेकर एमडी रुपेश राज से लेकर सारे कर्मचारियों ने मोर्चा संभाल रखा है. बिक्री भी शुरू हो गई है.
1983 में हुई थी सुधा डेयरी की स्थापना: आपको बता दें कि सुधा डेयरी बिहार सरकार के द्वारा चालाई जाती है. इसकी पूरी व्यवस्था बिहार स्टेट मिल्क कोपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड देखता है. यह एक सहकारी कंपनी है. इसकी स्थापना 1983 में हुई थी. साल 2024 में सुधा डेयरी ने बिक्री का बड़ा लक्ष्य रखा था. सुधा डेयरी बिहार में दूध और दही का सबसे बड़ा उत्पादक है.
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