वैशाली: हाजीपुर में नवविवाहिता संगिता देवी हत्याकांड को लेकर महिला मंच मोर्चा संगठन की ओर से एक आक्रोश मार्च निकाला गया. इस दौरान दर्जनों महिला कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. उग्र कार्यकर्ताओं ने अपने हाथ में बैनर, पोस्टर लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया.
ढाई महीनों बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर
इस बाबत महिला मंच मोर्चा संगठन के महासचिव सोनल सिंह ने बताया कि 17 मई को जिले के महुआ थाना क्षेत्र में नवविवाहिता संगिता देवी की हत्या संदेहास्पद रूप से ससुराल में ही हो गई थी. मृतक के ससुराल पक्ष ने हत्या को सुसाइड का रूप देने की कोशिश की थी. घटना के बाद मृतका के मायके वालों ने पति सहित ससुराल के पांच सदस्यों को नामजद अभियुक्त बनाया था. लेकिन घटना के करीब ढाई महीने बीतने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
मृतका का पति रेलवे में कार्यरत
मृतका के परिजनों का कहना है कि संगीता कुमारी की शादी इसी वर्ष जनवरी महीने में महुआ सिंहराय गांव निवासी और बनारस में रेलवे में कार्यरत संतोष कुमार सिंह के साथ हुई थी. शादी के बाद से उस पर दहेज में वॉशिंग मशीन, सिलाई मशीन, ऑल्टो कार और पलंग लाने के लिए दबाव दिया जा रहा था. कार की मांग पूरी नहीं होने पर उसकी हत्या कर दी गई.
'हत्या कर गले में फंदा डालकर टांग दिया'
दहेज में कार की मांग की पूर्ति नहीं होने पर ससुरालवालों ने मृतका की पहले पीट-पीटकर हत्या कर दी. वहीं मृतका के जख्मों को छुपाने के लिए दहेज लोभियों ने उसपर रंग और अलता लगा दिया और फिर शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए घर में ही गले में फंदा डालकर टांग दिया. घटना की सूचना मिलने पर महुआ थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक परिवार के सभी सदस्य घर से फरार हो गए. मामले में मायके वालों ने पति संतोष कुमार, जेठ मिथिलेश सिंह और शशि कुमार, ससुर शिवजी सिंह और सास को नामजद किया गया था.
जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा- एसपी
इस मामले पर जिले के एसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि जल्दी ही इस मामले का उद्भेदन किया जाएगा. पुलिस सभी के मोबाइल को खंगाल रही है. जांच अंतिम चरण में है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.