वैशाली: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेले में रोजाना की तरह शुक्रवार को भी भारी भीड़ उमड़ी. हालांकि मेला घूमने आये दर्शकों के हाथ मायूसी लगी. जहां मेले में भिन्न-भिन्न प्रकार के वस्तु और जानवर के अलावा मनोरंजन के सामान उपलब्ध हैं. वहीं, दूसरी तरफ कुछ पसंदीदा पक्षी, सर्कस और मौत का कुआं नहीं रहने से लोगों के चेहरों पर मायूसी छा गई.
सोनपुर मेला के चिड़िया बाजार में लोग चिड़िया देखने से महरुम रह गए. इससे दर्शकों में काफी उदासी रही, तो दूसरी तरफ महिलाएं और बच्चों ने मेला में लगे झूले का आनंद लेकर मायूसी को दूर करने की कोशिश की.
मेला से सर्कस भी है गायब
बता दें कि पिछले साल इस मेला में सर्कस भी लगा था. जिसे देखने के लिए काफी लोग आए थे, पर इस बार सर्कस नहीं लगने से लोगों में मायूसी है. साथ ही पिछली बार मेला में मौत का कुआं भी लगा था, लेकिन प्रशासन ने इस बार डेंजर जोन बताते हुए मौत का कुआं लगाने की अनुमति नहीं दी. वहीं, मेला में लगने वाले तलवार के बाजार को भी बंद कर दिया गया है.
सरकार को सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत
मेला घूमने आए दर्शक मेला में जानवरों और पक्षी को नहीं देखकर काफी मायूस हुए. दर्शकों ने कहा कि वह मेला घूमने और जानवर देखने आए थे, लेकिन यहां कुछ भी नहीं है. सर्कस और मौत का कुआं भी नहीं होने से अच्छा नहीं लग रहा है. मेला पहले के जैसा नहीं रह गया है. साथ ही लोगों ने कहा कि यह विश्व प्रसिद्ध मेला अपने पुराने अस्तित्व से दूर होता जा रहा है. अगर यही हाल रहा तो एक दिन यह मेला हमेशा के लिए बन्द हो जाएगा. सरकार को इस पर कोई सकरात्मक रुख अपनाना चाहिए. जिससे इस मेले का अस्तित्व बच पाए.