वैशाली: बिहार के हाजीपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने पटना में ईद की नमाज के बाद अतीक के समर्थन में नारेबाजी लगाने वाले और उसे शहीद बताने वालों पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही पशुपति पारस ने कहा कि ऐसे नारे समाज में आपसी मतभेद पैदा करने के साथ ही देश में दंगा फैलाकर देश का बंटवारा करने की साजिश है. इस वाकये में जितनी निंदा की जाए वो कम है.
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''अफजल गुरु के समर्थन में भी नारा लगा था. इसलिए इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक कानून बनाने की जरूरत है. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.''- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री
'सीएम नीतीश एक निरीह मुख्यमंत्री': वहीं पशुपति कुमार पारस ने नित्यानंद राय द्वारा जारी किए गए अपराध के आंकड़ों का समर्थन करते हुए कहा कि पिछले 8 महीने में अपराध चरम पर है. उन्होंने सोनपुर बैंक लूट और लालगंज के दलित नेता राकेश पासवान की हत्या का उदाहरण दिया. पशुपति पारस ने कहा कि नीतीश कुमार सक्षम नहीं बल्कि अक्षम और निरीह मुख्यमंत्री हैं, जो हर काम करने से पहले तेजस्वी यादव की तरफ देखते हैं.
'अतीक के समर्थन में नारा लगाना साजिश': वहीं उन्होंने यूपी सरकार के काम की भी तारीफ की. एक सवाल के जवाब में पशुपति कुमार पारस ने कहा कि जुम्मे की नमाज के बाद में जिन लोगों ने अतीक के समर्थन में नारे लगाये. एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि नारा लगाया गया कि शहीद का नारा लगाया गया है. यह नारा लगाकर आपसी मतभेद पैदा करने की साजिश है. देश में मैं समझता हूं दंगा फैलाने का और देश को बर्बाद करने की साजिश है. जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है. पहले भी नारा लगा था पार्लियामेंट के हमले में जिसमें अफजल गुरु के लिए नारा लगा था. यह देश के लिए बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण बात है.
'क्रिमिनल का कोई जाति धर्म नहीं होता': ऐसे मामलों में एक नया कानून बनना चाहिए. जो क्रिमिनल है वह किसी जाति धर्म का नहीं होता है. उस पर निश्चित रूप से सरकार को अंकुश लगाना जरूरी है. जो पॉलिटिकल वर्कर हैं लेकिन जो क्रिमिनल है उस पर कार्रवाई करनी चाहिए.
"जुम्मे की नमाज में जिन लोगों ने नारे लगाया. एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि नारा लगाया गया कि शहीद का नारा लगाया गया है. यह आपसी मतभेद पैदा करने की साजिश है. ये देश में दंगा फैलाने का और देश को बर्बाद करने की साजिश है. जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है. जो क्रिमिनल है उस पर कार्रवाई करनी चाहिए" - पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार.