वैशाली: बिहार के वैशाली पुलिस (Vaishali Police) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. प्रभारी एसपी अशोक कुमार सिंह ने आदित्य ज्वेलर्स लूटकांड का खुलासा (Aditya Jewelers Robbery Exposed) करते हुए बताया है कि इस मामले में पुलिस ने तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से पुलिस ने दो किलो 880 ग्राम चांदी का आभूषण, 416 ग्राम सोने का आभूषण, एक देसी कट्टा, 2 जिंदा कारतूस के अलावे 20 किलो से ज्यादा गाजा और एक चोरी की बाइक बरामद किया है.
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गिरफ्तार अपराधियों की पहचान हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के हसनगंज निवासी राकेश कुमार, सदर थाना क्षेत्र के चसकर का रहने वाला सुजीत कुमार उर्फ थपची और सदर थाना क्षेत्र के दिघी कला का रहने वाला संजय पासवान के रूप में हुई है. तीनों अपराधियों ने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर शहर के चर्चित आदित्य ज्वेलर्स लूट कांड को अंजाम दिया था.
बात दें कि 27 अक्टूबर 2021 को नगर थाना क्षेत्र के अनवरपुर चौक स्थित आदित्य ज्वेलर्स में पौने दो करोड़ से ज्यादा का सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात और नगद की लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसका खुलासा वैशाली के प्रभारी एसपी अशोक कुमार सिंह ने किया है. वैशाली के प्रभारी एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस पकड़े गए अपराधियों का स्पीडी ट्रायल चलाकर जल्द से जल्द सजा दिलवाने का प्रयास करेगी.
प्रभारी एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी संजय पासवान सोना चांदी को गड्ढा खोदकर उसमें छुपा रखा था और ऊपर से गृह निर्माण के सामान रखे थे. उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गड्ढा खोदकर सामान बरामद किया है. उन्होंने बताया कि आदित्य ज्वेलर्स लूट कांड का मास्टरमाइंड सुजीत कुमार उर्फ थपची बेहद शातिर अपराधी है. इसके ऊपर दर्जनों अपराध के मामले चल रहे हैं. यह कई जिलों में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. आदित्य ज्वेलर्स लूट कांड से पहले इस गिरोह ने बजावते इसकी रेकी की थी. इसके बाद घटना को अंजाम दिया.
वैशाली एसपी ने बताया कि इस लूट कांड से जुड़े हुए कुछ और अपराधी हो सकते हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है. पुलिस गिरफ्त में आए तीनों अपराधी का लंबा अपराधिक इतिहास है जिसमें अकेले सुजीत कुमार उर्फ थपची के ऊपर पटना, मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में 15 से ज्यादा अपराधिक मामले चल रहे हैं. वहीं राकेश कुमार के ऊपर 4 आपराधिक मामले और संजय पासवान के ऊपर 7 से ज्यादा अपराधिक मामले विभिन्न थानों में चल रहे हैं. बताया गया कि तीनों अपराधी किसी अन्य अपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए हाजीपुर के जदुआ चेक पोस्ट के पास जमा हुए थे जहां से पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए अपराधियों का लंबा अपराधिक इतिहास है जिसने सुजीत कुमार को उसके निकनेम थपची के नाम से जाना जाता है. यह अकेले कई लूटपाट के गिरोह का सरगना बताया गया है. पुलिस इसे कई बार पहले भी गिरफ्तार भी कर चुकी है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि पुलिस अपराधियों को मुस्तैदी से भले ही गिरफ्तार कर लेती है. लेकिन शायद समय पर पुख्ता सबूत अदालत में प्रस्तुत नहीं कर पाती है. शायद यही कारण है कि अपराधी बार-बार गिरफ्तार होते हैं. और फिर जेल से बाहर आते ही बेखौफ अपराध को अंजाम देने में लग जाते हैं.
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