वैशालीः बीपीएससी फर्जी शिक्षक नियुक्ति पत्र जारी करने का मामला सामने आने के बाद वैशाली का महुआ अनुमंडल प्रशासन हरकत में आया है. महुआ पातेपुर रोड स्थित शर्मा साइबर कैफे में पुलिस बल के साथ महुआ एसडीएम अपूर्व त्रिपाठी के नेतृत्व में छापेमारी की गई. हालांकि पुलिस के आने की सूचना मिलते ही साइबर कैफे संचालक कैफे बंद कर फरार हो गया था. वहीं कैफे में पहुंची पुलिस ने वहां से कई कागजात बरामद किए और साइबर कैफे को सील कर दिया.
शर्मा साइबर कैफे पर पुलिस की रेडः पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची तो शर्मा साइबर कैफे को बंद पाया. कैफे संचालक को पुलिस के आने की भनक लग गई थी, वह तालाब बंद कर फरार हो गया था. पुलिस द्वारा उसका ताला काट कर कैफे के अंदर जांच पड़ताल किया गया. साथ ही बताया जा रहा है कि कई दस्तावेजों को भी कैफे के अंदर से बरामद किया गया है. छापेमारी के बाद एसडीएम के द्वारा साइबर कैफे को सील करवा दिया गया.
एसडीएम ने कैफे को सीलः वहीं पुलिस कैफे संचालक का पता लगाकर उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है, पुलिस सूत्रों की माने तो शर्मा साइबर कैफे से कई नियुक्ति पत्रों को निकाला गया है. साथ ही यहां कई अन्य तरह के फर्जीवाड़े भी होते थे. अनुमान लगाया जा रहा है कि कैफे संचालन की गिरफ्तारी के बाद कई राज से पर्दा उठ सकता है. इस विषय में महुआ एसडीएम अपूर्व त्रिपाठी ने बताया कि सूचना आई थी उसी के क्रम में विधिवत कार्रवाई की जा रही है.
"पुलिस के द्वारा अनुसंधान किए जा रहे हैं. यहां जो कार्रवाई हुई है, उसके विषय में बताना उचित नहीं है. एक खबर आई थी उसी का संज्ञान लेकर हम लोग आए थे. कार्रवाई के क्रम में साइबर कैफे को सील कर दिया गया है"- अपूर्व त्रिपाठी, एसडीएम, महुआ
इस तरह पकड़ा गया था फर्जीवाड़ाः बता दें कि हाजीपुर वैशाली जिला शिक्षा कार्यालय महुआ के रहने वाली साजिया खातून बीएससी का शिक्षक नियुक्ति पत्र लेकर पहुंची थी. जहां जांच के क्रम में नियुक्ति पत्र को फर्जी पाया गया. वहीं पूछताछ के क्रम में साजिया ने बताया कि साइबर कैफे से उसे नियुक्ति पत्र मिला था, वहां से अन्य लोगों को भी नियुक्ति पत्र मिला है. मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण के निर्देश पर महुआ थाने में फर्जी नियुक्ति पत्र का मामला दर्ज करवाया गया था.
ये भी पढ़ेंः साइबर कैफे से बनवाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, फिर शिक्षिका बनने पहुंच गई DEO ऑफिस