वैशाली : विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में इस साल सैलानी भी पहुंचे और खरीददारी भी खूब (Tourists flock to Sonpur fair) हुई. इस कारण विक्रेता भी इस साल खुश नजर आ रहे हैं. वैसे, पशु मेले के रूप में प्रसिद्ध इस मेले में जानवरों को लेकर हुई पाबंदियों के कारण मेले में पशु प्रेमियों की संख्या कम जरूर हुई है. इस मेले के उद्घाटन के करीब 25 दिन गुजर चुके हैं. छह नवंबर से शुरू हुआ यह मेला सात दिसंबर को समाप्त होगा. 32 दिनों तक चलने वाले इस मेले में इस साल स्थानीय लोग खूब पहुंचे. एक अनुमान के मुताबिक कहा जा रहा है कि अब तक इस मेले में 50 लाख से अधिक लोग पहुंच चुके (Selling In Sonpur Fair) हैं.
ये भी पढ़ें - सोनपुर मेला : इन्हें शौक ने बना दिया 'डांसर', दर्द भरी है थियेटर की इन लड़कियों की कहानी
बताया जाता है कि उद्घाटन के बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही गंगा स्नान को करीब 18 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे जबकि शनिवार और रविवार को मेले में पहुंचने वालों की संख्या 10 लाख से अधिक मानी जा रही है. कहा जा रहा है कि अन्य दिन भी करीब 50 हजार लोग पहुंच रहे हैं. मेले में आए विक्रेताओं का भी मानना है कि कोरोना के कारण तीन वर्ष मेला नहीं लग सका था, इस वर्ष जब मेला लगा तो बिक्री भी खूब हो रही है. दुकानदारों का भी मानना है कि इस साल मेले में पहुंचने वालों की संख्या ठीकठाक रही है.
इस बार मेले को आकर्षक बनाने के लिए पर्यटन विभाग, कला संस्कृति विभाग तथा स्थानीय प्रशासन कई तरह के मनोरंजन के साधनों तथा नये आकर्षण को मेले में सम्मिलत किया है. सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों तथा वहां बेचे जा रहे देशी उत्पादों के भी खरीदार भी विक्रेताओं को निराश नहीं कर रहे हैं. स्कूली बच्चों की संख्या भी इस बार पहुंच रही है. खासकर हैंडलूम बांस के बने उत्पाद मिट्टी व प्लास्टर ऑफ पेरिस की बनी मूर्तियां खरीदी जा रही हैं.
इसके अलावा घरेलू समानों की बिक्री तो हो ही रही है पारंपरिक समान भी लोग खूब खरीद रहे हैं. करीब एक महीने चलने वाले इस मेले के समाप्त होने के पहले एक रविवार और आएगा, जिस कारण लोगों को उम्मीद है कि उस दिन बड़ी संख्या में स्थानीय और बाहरी लोग पहुंचेंगे.