ETV Bharat / state

वैशाली में पहली बार होगा सावन महोत्सव, दुल्हन की तरह सजेगा हरिहरनाथ मंदिर

यहां सावन के दूसरे और तीसरे शुक्रवार, शनिवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम श्रद्धालु आते हैं. जो सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहलेजा गंगा घाट से स्नान पूजा कर जल लेकर बिना कहीं रुके दौड़ते हुए आते हैं

बाबा हरिहरनाथ मंदिर
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 10:22 AM IST

Updated : Jul 13, 2019, 1:53 PM IST

वैशालीः पहली बार सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन महोत्सव का आयोजन होगा. मंदिर न्यास के अध्यक्ष और बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे. 17 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है. महोत्सव को लेकर मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई पूरी हो चुकी है.

पूरी हो चुकी है तैयारी
सावन महोत्सव में श्रावणी मेला का शुभारंभ 17 जुलाई से हो रहा है. इसे लेकर सारण के सोनपुर प्रखण्ड क्षेत्र के विख्यात बाबा हरिहरनाथ मंदिर की भी तैयारी पूरी हो चुकी है. मंदिर न्यास समिति के एक सदस्य ने बताया कि इस बार सावन के पहले दिन सावन महोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम को हरी झंडी मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष एवं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय करेंगे. इसके लिए बाबा हरिहरनाथ मंदिर दुल्हन की तरह सजाया और संवारा जाएगा. इस अवसर पर दिन भर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहेगा. इस दौरान 40 से 50 हजार की संख्या में भग्त-श्रद्धालुओं की भीड़ होगी.

temple
बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर

डीएम खुद करेंगे मॉनिटरिंग
श्रावणी मेला को लेकर सारण के डीएम, एसपी और एसडीएम बाबा हरिहरनाथ मंदिर का निरीक्षण कर चुके हैं. यहां सावन महोत्सव और पूरे सावन तक डीएम खुद मॉनिटरिंग करते नजर आते हैं. देर रात तक पुलिस बल पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग करती है. सावन एक महीने तक होने के चलते सारण जिला प्रशासन और नगर परिषद, सामाजिक संगठन और स्थानीय लोगों के जरिए लाइटिंग से लेकर पानी पिलाने और सुरक्षा का खास इंतजाम किया जाता है.

सावन भर लगा रहता है श्रद्धालुओं का तांता
मंदिर के सचिव विजय कुमार की मानें तो यहां सावन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. उन्होंने बताया कि यह हरिहरनाथ मंदिर काफी पुराना मंदिर है. यहां देश विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यहां सावन के दूसरे और तीसरे शुक्रवार, शनिवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम श्रद्धालु आते हैं. जो सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहलेजा गंगा घाट से स्नान पूजा कर जल लेकर बिना कहीं रुके दौड़ते हुए आते हैं. सबसे पहले बाबा हरिहरनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर यहां से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. यह सदियों से परंपरा चली आ रही है. इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

temple
बाबा हरिहरनाथ मंदिर

देवलोक से खुद भगवान विष्णु पहुंचे थे यहां
बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भगवान शिव और विष्णु दोनों का एक साथ शिवलिंग है. जो पूरी दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. पुजारियों की मानें तो यह हरिहरनाथ मंदिर देवों का धाम रह चुका है. कहते हैं कि यहां देवलोक से खुद भगवान विष्णु क्षेत्र के नारायणी गंगा नदी में स्नान करने और तद्पश्चात भगवान शिव से मिलने बाबा हरिहरनाथ मंदिर आये थे. आदिकाल में यहां पास के हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर भगवान विष्णु गज को ग्रह से बचाने के लिये आ चुके हैं. यह सच्चाई दुनिया भर में प्रचलित है.

लगे हैं 30 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी
बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन को लेकर 30 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी लगा हुआ है. जिसके माध्यम से न्यास मंदिर समिति के सदस्यों और सारण एंव वैशाली पुलिस के संयुक्त तत्वधान में लाखों भग्त श्रद्धालुओं पर नियंत्रण किया जाता है. मंदिर में वैसे तो आधा दर्जन मुख्य दरवाजा है पर दो ही का इस्तेमाल आने और दो जाने के लिये होता है. पिछले वर्ष सावन के तीसरे शक्रवार को 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु के आगमन को लेकर यहा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी. जिसमें दर्जनों भग्त-श्रद्धालु अफरा-तफरी मचने के चलते गिर कर घायल हुए थे. भगदड़ मचने के बाद यहां के मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष गुप्तेश्वर पांडेय की सूझ बुझ से एक बड़ा खतरा होते होते टल गया.

बाबा हरिहरनाथ मंदिर में होगा "सावन महोत्सव " का आयोजन

मेले में इस बार है खास इंतजाम
इस बार बाबा हरिहरनाथ मंदिर के बाहर खुले स्थल पर बाउंड्री बनवाई गई है. महिला श्रद्धालुओं को सोनपुर के निचली रोड से बांस के ब्रेकेडिंग से आना होगा. उन्हें मंदिर के फ्रंट दरवाजा से बाबा के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर निकलना होगा. वहीं, पुरुष श्रद्धालु निचली सड़क के दूसरे बने बांस के ब्रेकेडिंग से आकर मंदिर के दूसरे मुख्य दरवाजे से पंक्तिबध होकर मंदिर में जल चढ़ाएंगे. फिर उन्हें मंदिर के सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर जाना होगा. जहां से महिला और पुरुष दोंनो श्रद्धालु सोनपुर और हाजीपुर पर बने पुराने पुल के माध्यम से होकर मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिये जा सकेंगे.

वैशालीः पहली बार सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन महोत्सव का आयोजन होगा. मंदिर न्यास के अध्यक्ष और बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे. 17 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है. महोत्सव को लेकर मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई पूरी हो चुकी है.

पूरी हो चुकी है तैयारी
सावन महोत्सव में श्रावणी मेला का शुभारंभ 17 जुलाई से हो रहा है. इसे लेकर सारण के सोनपुर प्रखण्ड क्षेत्र के विख्यात बाबा हरिहरनाथ मंदिर की भी तैयारी पूरी हो चुकी है. मंदिर न्यास समिति के एक सदस्य ने बताया कि इस बार सावन के पहले दिन सावन महोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम को हरी झंडी मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष एवं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय करेंगे. इसके लिए बाबा हरिहरनाथ मंदिर दुल्हन की तरह सजाया और संवारा जाएगा. इस अवसर पर दिन भर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहेगा. इस दौरान 40 से 50 हजार की संख्या में भग्त-श्रद्धालुओं की भीड़ होगी.

temple
बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर

डीएम खुद करेंगे मॉनिटरिंग
श्रावणी मेला को लेकर सारण के डीएम, एसपी और एसडीएम बाबा हरिहरनाथ मंदिर का निरीक्षण कर चुके हैं. यहां सावन महोत्सव और पूरे सावन तक डीएम खुद मॉनिटरिंग करते नजर आते हैं. देर रात तक पुलिस बल पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग करती है. सावन एक महीने तक होने के चलते सारण जिला प्रशासन और नगर परिषद, सामाजिक संगठन और स्थानीय लोगों के जरिए लाइटिंग से लेकर पानी पिलाने और सुरक्षा का खास इंतजाम किया जाता है.

सावन भर लगा रहता है श्रद्धालुओं का तांता
मंदिर के सचिव विजय कुमार की मानें तो यहां सावन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. उन्होंने बताया कि यह हरिहरनाथ मंदिर काफी पुराना मंदिर है. यहां देश विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यहां सावन के दूसरे और तीसरे शुक्रवार, शनिवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम श्रद्धालु आते हैं. जो सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहलेजा गंगा घाट से स्नान पूजा कर जल लेकर बिना कहीं रुके दौड़ते हुए आते हैं. सबसे पहले बाबा हरिहरनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर यहां से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. यह सदियों से परंपरा चली आ रही है. इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

temple
बाबा हरिहरनाथ मंदिर

देवलोक से खुद भगवान विष्णु पहुंचे थे यहां
बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भगवान शिव और विष्णु दोनों का एक साथ शिवलिंग है. जो पूरी दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. पुजारियों की मानें तो यह हरिहरनाथ मंदिर देवों का धाम रह चुका है. कहते हैं कि यहां देवलोक से खुद भगवान विष्णु क्षेत्र के नारायणी गंगा नदी में स्नान करने और तद्पश्चात भगवान शिव से मिलने बाबा हरिहरनाथ मंदिर आये थे. आदिकाल में यहां पास के हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर भगवान विष्णु गज को ग्रह से बचाने के लिये आ चुके हैं. यह सच्चाई दुनिया भर में प्रचलित है.

लगे हैं 30 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी
बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन को लेकर 30 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी लगा हुआ है. जिसके माध्यम से न्यास मंदिर समिति के सदस्यों और सारण एंव वैशाली पुलिस के संयुक्त तत्वधान में लाखों भग्त श्रद्धालुओं पर नियंत्रण किया जाता है. मंदिर में वैसे तो आधा दर्जन मुख्य दरवाजा है पर दो ही का इस्तेमाल आने और दो जाने के लिये होता है. पिछले वर्ष सावन के तीसरे शक्रवार को 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु के आगमन को लेकर यहा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी. जिसमें दर्जनों भग्त-श्रद्धालु अफरा-तफरी मचने के चलते गिर कर घायल हुए थे. भगदड़ मचने के बाद यहां के मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष गुप्तेश्वर पांडेय की सूझ बुझ से एक बड़ा खतरा होते होते टल गया.

बाबा हरिहरनाथ मंदिर में होगा "सावन महोत्सव " का आयोजन

मेले में इस बार है खास इंतजाम
इस बार बाबा हरिहरनाथ मंदिर के बाहर खुले स्थल पर बाउंड्री बनवाई गई है. महिला श्रद्धालुओं को सोनपुर के निचली रोड से बांस के ब्रेकेडिंग से आना होगा. उन्हें मंदिर के फ्रंट दरवाजा से बाबा के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर निकलना होगा. वहीं, पुरुष श्रद्धालु निचली सड़क के दूसरे बने बांस के ब्रेकेडिंग से आकर मंदिर के दूसरे मुख्य दरवाजे से पंक्तिबध होकर मंदिर में जल चढ़ाएंगे. फिर उन्हें मंदिर के सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर जाना होगा. जहां से महिला और पुरुष दोंनो श्रद्धालु सोनपुर और हाजीपुर पर बने पुराने पुल के माध्यम से होकर मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिये जा सकेंगे.

Intro:लोकेशन : वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा

पहली बार सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर मे "सावन महोत्सव " का कार्यक्रम से श्रावणी मेला की शुरुवात होंगी . मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा इसका विधिवत उद्घाटन होंगा । मालूम हो कि सावन की शुरुवात 17 जुलायी से आरंभ हो रहा हैं । इस बाबत मंदिर की साफ- सफाई से लेकर इसका रंगाई और पोताई पूरी हो चुकी हैं।



Body:विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का शुभारंभ 17 जुलायी से आरंभ हो रहा हैं ।इसको लेकर देवघर के बाबाधाम से लेकर बिहार के सभी शिवालय मंदिरों की रंगाई- पोताई से लेकर साफ-सफाई का कार्य पूरा हो गया हैं ।इस बाबत सारण के सोनपुर प्रखण्ड क्षेत्र के विख्यात बाबा हरिहरनाथ मंदिर की भी तैयारी हो चुकी हैं ।

मंदिर न्यास समिति के एक सदस्य ने बताया कि इस बार यहा सावन की आरंभ के दिन "सावन महोत्सव" का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा हैं ।पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम की हरी झंडी मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष एवं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय विधिवत करेंगे । इस दौरान बाबा हरिहरनाथ मंदिर दुल्हन की तरह सजा एवं संवारा हुआ होंगा । इस अवसर पर दिन भर भजन- कीर्तन की दौर चलता रहेगा । मालूम हो कि इस दौरान 40 से 50 हजार की संख्या में भग्त- श्रद्धालुओं की भीड़ होंगी ।

मंदिर के सचिव विजय कुमार की मानें तो यहा सावन भर भग्त- श्रद्धालुओं की ताता लगीं रहती हैं। उन्होंने आगे बताया कि यह हरिहरनाथ मंदिर काफी पुराना मंदिर हैं। यह अस्थाबक प्रतिक होने के चलते यहा देश विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते रहते हैं ।

यहा सावन के दूसरा और तीसरा शुक्रवार, शनिवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम श्रद्धालु यहा से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहलेजा गंगा घाट से स्नान पूजा कर जल लेकर बिना कही रुके हुए दौड़ते हुए सबसे पहला इसी बाबा हरिहरनाथ मंदिर के शिवलिंग पर संध्या 5 बजे से चढ़ाकर ही यहा से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर चढ़ाते हैं ।यह सदियों से परंपरा चली आ रहीं हैं । इससे सभी मनोकामनाए पूर्ण होती हैं ।

बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भगवान शिव और विष्णु दोनों के एक साथ शिवलिंग हैं जो पूरी दुनिया मे दूसरी कही और जगह देखने को आपको नहीं मिलेगा । यहा पुजारियों की मानें तो यह हरिहरनाथ मंदिर देवो का धाम रह चुका हैं । कहते हैं कि यहा देवलोक से खुद भगवान विष्णु क्षेत्र के नारायणी गंगा नदी में स्नान करने और तद्पश्चात भगवान शिव से मिलने बाबा हरिहरनाथ मंदिर आये थे।

आदिकाल में यहा पास के हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर भगवान विष्णु गज (हाथी) को ग्रह (मगर) से बचाने के लिये आ चुके हैं । यह सच्चाई दुनिया भर प्रचलित हैं ।

सावन में चारो सोमवारी को इस मंदिर में सुबह और संध्या को भगवान शिव और विष्णु के शिवलिंग का श्रगार होता हैं जो मनमोहक होता हैं। हालांकि यहा रोजाना सुबह 4 बजे आरती और संध्या को 7 बजे होता हैं।

बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन को लेकर 30 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी लगा हुआ हैं। जिसके माध्यम से न्यास मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा साथ ही सारण और वैशाली पुलिस के संयुक्त तत्वधान में लाखों भग्त श्रद्धालुओं पर नियंत्रण किया जाता हैं ।

मंदिर में वैसे तो आधा दर्जन मुख्य दरवाजा हैं पर दो का ही इस्तेमाल आने और दो जाने के लिये होता हैं ।

पिछले वर्ष सावन के तीसरे शक्रवार को 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु के आगमन को लेकर यहा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी जिसमें दर्जनों भग्त-श्रद्धालु अफरा -तफरी मचने के चलते गिर कर घायल हुए थे। भगदड़ मचने के बाद यहा के मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा सूझ बुझ से एक बड़ा खतरा होते होते बच गया । वही हालात पर काबू भी पा लिया गया नही तो बहुत बड़ी हादसा हो जाता । उस घटना में बांस के बने ब्रेकेडिंग पर एकाएक ज्यादा लोगों का दबाब बढ़ने के चलते ब्रेकेडिंग टूट गया था जिसके चलते यह हादसा हुई थी ।

इस बार बाबा हरिहरनाथ मंदिर के बाहरी खुला स्थल पर बाउंड्री बनवाया गया हैं साथ हो महिला श्रद्धालुओं की लिये सोनपुर के निचली रोड से बांस के ब्रेकेडिंग से आना और उन्हें फ्रंट मंदिर ले दरवाजा से बाबा के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर निकलना होंगा वही पुरुष श्रद्धालु के लिये निचली सड़क के दूसरे बने बांस के ब्रेकेडिंग से आकर मंदिर के दूसरी मुख्य दरवाजे से पंक्तिवध होकर मंदिर में जल चढ़ाएंगे फिर उन्हें मंदिर के सामने बने मुख्य दरवाजे से बाहर जाना होंगा ।जहा से महिला और पुरुष दोंनो श्रद्धालुओं सोनपुर और हाजीपुर पर बने पुरानी पुल बीके माध्यम से होकर मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिये जा सकेंगे ।

यहा सावन के चारो सोमवार को भी भारी भीड़ होती है ।यहा देर रात तक जल चढ़ाने के लिये भग्त श्रद्धालु कतार वध होकर पूरी निष्ठा लगन के साथ बाबा की पूजा और जल चढ़ाने आते है ।

सारण के डीएम और एसपी एसडीएम सोनपुर यहा बाबा हरिहरनाथ मंदिर आकर निरीक्षण कर चुके हैं ।यहा सावन महोत्सव और पूरे सावन तक डीएम खुद मॉनिटरिंग करते नजर आते हैं ।यहा देर रात तक पुलिस बल पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग करती नजर आती हैं।

सावन एक महीने तक होने के चलते सारण जिला प्रशासन और नगर परिषद , सामाजिक संगठन और स्थानीय लोगों के द्वारा लाइटिंग से लेकर पानी पिलाने का कार्य और सुरक्षा को लेकर सहयोग करते नजर आते हैं।

सोनपुर के एक दर्जन गंगा घाट पर पूरे सावन भर भग्त -श्रद्धालुओं स्नान कर जल चढ़ाने आते हैं ।

बाबा हरिहर नाथ मंदिर में प्रदेश के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बेतिया, मोतिहारी, गोपालगंज, सिवान छपरा, दानापुर, आरा, भोजपुर, बक्सर, यूपी और विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जल में स्नान कर फिर विधिवत पूजा कर फिर यहा से हरिहरनाथ मंदिर, गरीबनाथ मंदिर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं ।


Conclusion:सावन में महज अब 5 दिन ही रह गए हैं ।

विजुअल्स
विओ
जायजा ,संवाददाता, राजीव, वैशाली
स्पेशल रिपोर्ट
Exclusive.
Last Updated : Jul 13, 2019, 1:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.