वैशाली: आरजेडी प्रवक्ता और सोनपुर विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद ने सीएम नीतीश कुमार को मुजफ्फरपुर शेल्टर होम को लेकर आड़े हाथों लिया है. आरजेडी नेता ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार सीबीआई से मिलकर लीपापोती कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने सीबीआई की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है. आरजेडी नेता के मुताबिक इस मामले में आरोपियों की संख्या ज्यादा हो सकती है.
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में दिल्ली के साकेत कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुना दिया. जिसके बाद बिहार में सियासत तेज है. तमाम विपक्षी दल सरकार और सीबीआई को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. वहीं, सोनपुर विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में सीबीआई की ओर से लीपापोती कर घटना को दूसरी तरफ मोड़ दिया गया है. उन्होंने खुदाई में मिले नर कंकालों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर ये किसके कंकाल थे?
'सीबीआई पर खड़े किए सवाल'
आरजेडी प्रवक्ता रामानुज प्रसाद का कहना है कि पीड़ित बच्चियों ने तोंद वाले, मूंछ वाले अंकल के बारे जिक्र किया था. लेकिन इस पर सरकार चुप क्यों बैठी हुई है. वहीं, पॉक्सो के तहत 302 मामला बनने के बाद भी इस पर सीबीआई के मौन रहने पर सवाल उठाया है. आरजेडी नेता ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि वे सीबीआई के आगे रातों रात घुटना टेक दिए. आरजेडी नेता ने कहा कि सीबीआई किसके अधीन है यह जगजाहिर है.
'सृजन घोटाले में भी आरोपियों को बचाया गया'
आरजेडी विधायक रामानुज प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम नीतीश ने सृजन घोटाला में भी आरोपियों को बचाया. शेल्टर होम मामले को आरजेडी ने जोर शोर से उठाया. जिसके बाद सत्ता पक्ष ने सीबीआई को मैनेज किया. आरजेडी विधायक का कहना है कि वे इस पर चुप नहीं बैठेंगे. बल्कि आगामी चुनाव में इसे मुद्दा बनायेंगे. बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टहोम मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंन्द सिंह सरकार को घेर चुके हैं.
तेजस्वी होंगे सीएम कैंडिडेट
वहीं, आरजेडी विधायक ने आगामी 2020 विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट बताया. उन्होंने कहा कि पूर्व में डिप्टी सीएम रहने के नाते तेजस्वी ही चुनाव का नेतृत्व करेंगे. इसपर कोई मतभेद नहीं है.